नीरज
मजीठिया लागू करने वाला एक मात्र अखबार असम ट्रिब्यून के स्वर्ण जयंति समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी 29 नवंबर को पहली बार किसी अखबार के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
29 नवंबर को पूर्वोत्तर के दौरे पर आ प्रधानमंत्री आ रहे हैं और तभी गुवाहाटी से प्रकाशित अंग्रेजी दैनिक असम ट्रिब्यून के स्वर्ण जयंति समारोह में भाग लेंगे। यह देश का एक मात्र ऐसा अखबार है जिसने अपने कर्मचारियों के लिए मजीठिया वेतन आयोग बिना देरी किए लागू कर दिया। मजीठिया लागू होने के बाद इस संस्थान के पत्रकारों का न्यूनतम वेतन 40 हजार हो गया है। जबकि इसी प्रदेश में दूसरे अखबारों के पत्रकारों की अधिकतम सैलरी आवश्यकताओं की पूर्ति के लायक भी नहीं है। अर्थात 90 फीसदी पत्रकारों का वेतन 6000 हजार से नीचे है जो एक राजमिस्त्री और उसके मजदूर की दिहाड़ी से भी कम है।
लोगों का मानना है कि कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का शिरकत करना न केवल अखबार के लिए गर्व की बात है बल्कि प्रधानमंत्री के लिए भी सौभाग्य की बात है कि वे ऐसे अखबार के समारोह में जाएंगे जिसके कर्मचारियों की कोई शिकायत प्रबंधन से नहीं है। यह संभवतः विश्व का ऐसा पहला अखबार है जिसने अपने किसी एक भी कर्मचारी को पिछले 75 साल में पेट पर लात मारी हो।
प्रबंधन अपने लिए महंगी गाड़ी और बंगला लेकर खुश नहीं होता बल्कि वह खुश होता है अपने कर्मचारियों के मुंह पर हंसी देख कर। कहा जाता है कि एक बार अखबार के मालिक को किसी ने कहा कि आप इतने प्रतिष्ठित अखबार का मालिक हो कर इस सड़ी- गली कार से चलते हैं तो उन्होंने कहा कि मैं नई गाड़ी पर चढ़ कर खुश नहीं होता। मैं खुश होता हूं अपने कर्मचारियों गाड़ी पर चढ़ते देख कर।