हिंदी समाचार चैनल P7 न्यूज ने समाचार चैनलों की दुनिया में कुछ किया हो या नहीं, लेकिन कल एक ब्रेकिंग न्यूज़ की पट्टी की बदौलत इतिहास जरूर बना दिया. संभवतः चैनलों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ होगा जब एक समाचार चैनल ने अपने बंद होने की खबर ब्रेकिंग न्यूज़ के माध्यम से दी. शाम 6 बजे P7 न्यूज के स्क्रीन पर BREAKING NEWS थी – “सैलेरी विवाद के चलते P7 न्यूज बंद”
ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी न्यूज़ चैनल ने कारण सहित अपने ही न्यूज़ स्क्रीन के माध्यम से चैनल के बंद होने की सूचना दर्शको तक पहुंचाई. हालाँकि सैलरी संकट का ये पहला मौका नहीं. इसके पहले कई और न्यूज़ चैनलों में इस समस्या से पत्रकारों को दो-चार होना पड़ा था और न्यूज़ रूम में हड़ताल जैसी स्थिति पैदा हुई. इसके पहले महुआ न्यूज़ के पत्रकारों ने न्यूज़ रूम पर कब्ज़ा कर वहां भूख हड़ताल पर बैठे थे. लेकिन इस बार मामला धरना – प्रदर्शन से आगे बढ़कर ब्रेकिंग न्यूज़ के जरिए स्क्रीन तक जा पहुँचा. इस ब्रेकिंग न्यूज़ के बाद चैनल का प्रसारण रोक दिया गया.
दरअसल सैलेरी विवाद P7 न्यूज में काफी पहले से चल रहा था. लेकिन मामला किसी तरह से सुलझता न देख कल वहां काम करने वाले पत्रकारों के सब्र का बाँध टूट गया और हंगामा शुरू हो गया. मीडियाकर्मी इतने अधिक रोष में आ गए कि चैनल के निदेशक केसर सिंह को उनके केबिन में ही बंधक की तरह रोक लिया. हालत बिगड़ते देख पुलिस को दखल देने के लिए आना पड़ा.