खबर आ रही है कि न्यूज़ नेशन से इन्द्रजीत राय नें इस्तीफा दे दिया है। इन्द्रजीत यहां डिप्टी एडीटर स्पेशन प्रोजेक्ट का काम देख रहे थे। ज़ी न्यूज़ सहित कई संस्थानों में काम कर चुके इन्द्रजीत नें पांच महीने पहले ज़ी न्यूज़ से इस्तीफा देकर न्यूज़ नेशन ज्वाइन किया था,लेकिन न्यूज़ नेशन को अब उन्होंने बाय-बाय कर दिया है।
फारेंसिक साइंस और क्रिमिनोलोजी से पोस्ट ग्रेजुएट इन्द्रजीत कहां जा रहे हैं अभी इस बारे में पता नहीं चल पाया है लेकिन उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है। चारुल मलिक,अश्वनि कुमार,संजीव सिंह के बाद अब इंद्रजीत का इस्तीफा न्यूज़ नेशन की साख को बड़ा झटका माना जा रहा है।
न्यूज़ नेशन के लोगों की मानें तो इन्द्रजीत के प्रोमो के साथ न्यूज़ नेशन नें एक बड़े साप्ताहिक प्रोग्राम की तैयारी भी कर ली थी। लेकिन लगता है कि ये प्रोग्राम अब कभी एयर नहीं हो पाएगा। न्यूज़ नेशन के अनुभवी और पुराने लोगों के जाने से न्यूज़ रुम के साथ मैनेजमेंट के लोगों के केबिन में खलबली मची हुई है।
न्यूज़ नेशन एक बार गर्त में जा कर फिर उभरेगा! गर्त में जाने की वज़ह आज के दौर का सेलेक्शन प्रोसेस है! जिसके तहत “अपने लोग” , जुगाड़ वाले और बड़े चैनल का टैग लगा कर भारी भरकम सैलरी लेने वाले नासमझ पत्रकार का जमावड़ा! आज के दौर में कोई ऐसा तथाकथित बड़ा कहा जाने वाला पत्रकार नहीं है जो अपने दम पर किसी अनजान छोटे से चैनल को आगे बढ़ा पाया हो ! ये बड़े पत्रकार भी बड़े बैनर की छत्रछाया में पोषित और पुष्ट होते हैं ! जिससे एक बात तो साफ़ हो चुकी है कि अब काम चाहिए , नाम का कोई मतलब नहीं है और किसी नाम वाले में इतनी कूबत है भी कि अपने बल पर किसी छोटे से चैनल को हिट करा दे ! चैनल का काम टीम-वर्क का होता है ! लफ्फाज़ी करने का नहीं और ना ही बड़े चैनल का टैग दिखाकर भारे-भरकम सैलरी ऐंठने का ! पर न्यूज़-नेशन के “महान” करता-धरता शैलेश जी को ये बात कब समझ में आयेगी !जब समझ में आएगी तो कुछ अच्छा होगा !अब तो खुद शैलेश जी (जो बड़े चैनल का टैग लगाए घूमते हैं )को भी ये बखूबी समझ में आ गया होगा कि नाम वाले तथाकथित बड़े पत्रकार अपनी जेब भले ही भर लें , पर इतनी कूबत उनके अन्दर नहीं होती कि अपने नाम भर से चैनल हिट करा दें !