ज़ी न्यूज़ और नवीन जिंदल के बीच का टकराव बढ़ता ही जा रहा है. नवीन जिंदल के तेवर अभी ढीले नहीं हुए है. इसी कड़ी में जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) ने जी न्यूज लिमिटेड पर धोखाधड़ी और मानहानि का आरोप लगाते हुए भ्रामक व मनगढ़ंत खबरें प्रसारित करने के लिए दिल्ली पुलिस में आपराधिक शिकायत दर्ज करायी है.
यह मामला 15 जनवरी के दिल्ली में दर्ज कराया गया. जेएसपीएल के अनुसार जी न्यूज व जी बिजनेस ने सीएजी रिपोर्ट को परिवर्तित कर अक्टूबर, 2012 को खबरें दिखाया. इसका मकसद जेएसपीएल परिचालन पक्ष व नवीन जिंदल को बदनाम था. साथ ही मानहानि के उद्देश्य से मनगंढ़त व भ्रामक खबरें प्रसारित की गई.
जेएसपीएल के अनुसार जी न्यूज ने जेएसपीएल इस्पात, गगन स्पंज आयरन लिमिटेड व एमएस जायसवाल नेको लिमिटेड के प्रस्तावक नवीन जिंदल के खिलाफ सीएजी रिपोर्ट के हवाले से खबरें प्रसारित की थी, इसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है.
जेएसपीएल ने शिकायत दर्ज कराने के साथ जी न्यूज द्वारा प्रसारित फर्जी सीएजी का सीडी भी जमा किया है. पीटीआई में भी इस संबंध में खबर प्रकाशित हुई कि “दिल्ली पुलिस ने कोयला ब्लॉक आवंटन पर कैग:नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक: की एक रिपोर्ट का फर्जी संलग्न पत्र दिखाने के आरोप में ‘जी न्यूज’ के खिलाफ एक मामला दर्ज किया. सूत्रों ने बताया कि अपराध शाखा ने यह मामला दर्ज किया है जिसमें जी न्यूज की ओर से दिखायी गयी कैग रिपोर्ट के संलग्न पत्र के फर्जी होने का आरोप लगाया गया है.”
ज़ी न्यूज़ के लिए ये दोहरा झटका है. इसके पहले दिल्ली की एक अदालत ने कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल को बड़ी राहत देते हुए ज़ी न्यूज़ के संपादकों की ओर से उनके खिलाफ दर्ज मानहानि की शिकायत पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया था.
दरअसल ‘जी न्यूज’ के संपादक सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया ने जिंदल के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया था. कांग्रेस सांसद ने दोनों संपादकों पर कोलगेट घोटाले में उनके पक्ष में समाचार प्रसारित करने के एवज में 100 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था.
जिंदल ने अपने आरोपों को प्रमाणित करने के लिए एक सीडी भी प्रस्तुत की थी जिसमें दोनों संपादकों को पैसे मांगते हुए दिखाया गया है। इस मामले में सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया को जेल की हवा खानी पड़ी थी और इन दिनों वे जमानत पर हैं। मामले की जांच चल रही है।
(Source – Agency, IBN-7, Jagran)