पुण्य प्रसून को देखकर टीवी की दुनिया में लौटने का मन करता है
आज सबकुछ छोडकर सिर्फ पुण्य प्रसून वाजपेयी को सुनिए..ऐसे ही मौके पर वो आत्मा की जुबान बोलते हैं. देश का ये बेहतरीन पत्रकार जब-जब दवाबों से मुक्त होकर बोलने लग जाता है, टीवी की दुनिया में लौटने का मन करने लग जाता है.
सारे न्यूज़ चैनल राष्ट्रद्रोही ?
वैसे आज रात एबीपी न्यूज, जी न्यूज जैसे चंद चैनलों को छोडकर बाकी के चैनल एक के बाद एक राष्ट्रद्रोही हुए जा रहे हैं. न्यूज चैनल के इतिहास मे शायद ऐसा पहली बार हुआ होगा कि एक साथ इतने चैनल राष्ट्रद्रोही हो गए.
(विनीत कुमार के फेसबुक प्रोफाइल से साभार)