ओम थानवी,संपादक,जनसत्ता
अनुभवहीन और अराजक केजरीवाल की सरकार के पहले एक महीने में उपलब्धियां ज्यादा हैं, खामियां कम। इसका हिसाब अखबार-टीवी ले-दे चुके हैं।
केजरीवाल की एक उपलब्धि मैं यह भी मानता हूँ कि उन्होंने हिंदी की प्रतिष्ठा बढ़ाई है। अंगरेजी में निष्णात होने के बावजूद उन्होंने अंगरेजी चैनलों के धुरंधर बरखा और राजदीप तक को हिन्दी में बात करने को विवश किया है। जबकि मोदी खराब अंगरेजी में भी करण थापर को टूटे-फूटे जवाब देते रहे थे और अंततः उखड़ गए।
राहुल गाँधी को केजरीवाल से यह हुनर सीखना चाहिए।
Om baba not sure what is your problem with modi and love with kajri..If you have courage say i am blind supporter of kajri whatever he does wright or wrong..dont hide in Name of journlist..
Pesudo intelluctlal ..