सहारा मीडिया के एच आर हेड जैदी विवादों के घेरे में
सहारा कम्पनी वैसे तो सर्वोच्च नयायालय में चल रहे सेबी मामले के कारण तो सुर्ख़ियों में रहता ही है, अब बारी है सहारा मीडिया के एच आर हेड के विवादों में रहने की.. बहुत ही कम समय में नॉएडा कैम्पस में एचआर हेड साहब एक तानाशाह के तौर पर तो चर्चित हो ही गए थे, अब तो उनके नाम के साथ एक रोग की बात भी सामने आई है.. कौन से रोग की , ये अभी जाने दीजिए. परन्तु नैतिकता, न्याय और अनुशासन की दुहाई देने वाली संस्था सहारा इंडिया इस मामले में अब तक एक मूक दर्शक की ही भूमिका में दिख रहा है..
एचआर हेड के लिए सहारा के नॉएडा ऑफिस में कहा जाता है कि वे हर समय यमराज की भूमिका में होते हैं.. कुछ लोग तो यह भी कहते हैं की उन्हने एच आर हेड की जगह थानेदार होना चाहिए था, क्योंकि उनकी नज़र नॉएडा कैम्पस में ऐसे घूमती रहती है जैसे उन्हें किसी चोर की तलाश हो. शायद उन्हें यह लगता है की सहारा मीडिया में पत्रकार नहीं, बल्कि चोर या समाज विरोधी तत्व काम करते हैं.. उनकी इस हरकत से सहारा मीडिया में काम करने वाले लोगों में अत्यधिक रोष व्याप्त है, परन्तु नॉएडा ऑफिस में एचआर हेड का भय कुछ इस तरह है की कोई भी उनके खिलाफ आवाज़ बुलंद करने से डरता है.. हर किसी पर अपना डंडा चलाने को उतारू एचआर हेड साहब, को अब तो लोग एच आर हेड के नाम से कम और एक तानाशाह के नाम से ज्यादा जानते हैं..
सहारा मीडिया में कामं करने वाले छोटे पत्रकारों या सहारा की किसी अन्य कर्ताव्योगियों को परेशान करना एवं उनकी बेईज्ज़ती करना तो एचआर हेड साहब की पुरानी आदत बन ही चुकी थी, अब तो वह उन्हें अपने जूतों की धुल समझने लगे हैं, साथ ही उनके लिए यह भी कहा जाता है कि वो अपने आगे सहारा के किसी वरिष्ठ अधिकारी को भी कुछ नहीं समझते. अब यह उनका अहंकार है या उनके सिर पर किसी बहुत बड़े अधिकारी का हाथ, यह तो एक रहस्य ही है.. परन्तु, उनके इस व्यवहार से सहारा मीडिया में काम करने वाले सभी छोटे बड़े लोग पूरी तरह से दुखी एवं अपमानित महसूस कर रहे हैं.. परन्तु, सहारा के वरिष्ठों के कानो पर अभी तक जूं भी नहीं रेंग रही..
हद तो तब हो गयी जब, एचआर हेड के लिए हाल ही में यह भी कहा गया की, वो उन लोगों की तरजीह देते हैं. जो उन्हें दूसरे तरह का लालच देता है. सहारा मीडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा एचआर हेड पर लगाए गए इस इलज़ाम के बावजूद उन पर अब तक किसी तरह की न तो कोई कार्यवाही हुई और न ही इस आरोप की कोई जांच की बात ही सामने आई.. दूसरे तरह की लालच का मतलब बताने की आवश्यकता नहीं लगती.
धन्य हो एचआर हेड साहब की, ऐसा एच आर हेड तो लाखों में एक ही होता है..
Bahut badhiya likha hai aapne…lagta hai bahut paise diye hai manoj manu ne jisne sahara ko loot kar karoro ki property banayi hai…purane hr head lokesh sharma aur manoj manu dono mil kar khub chuna laghate the company ko ..naye hr head ke ate hi manoj ke corruption par roke lag gayi isliye wo roz is tarah ki shikayte karke sabko badnam kar raha hai….is website ka malik bhi manoj manu ka dalal lagta hai…