सुयश सुप्रभ
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में फ़ीस बढ़ोतरी के ख़िलाफ़ जो आंदोलन उठ खड़ा हुआ है उसे इस विश्वविद्यालय के कुछ अधिकारियों का भी समर्थन मिल रहा है, लेकिन मीडिया ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है।
एसएफ़आई के लगभग सभी स्थानीय नेता जेल में बंद कर दिए गए हैं। 400 लोगों को जेल में बंद कर दिया जाए और यह बात चर्चा का विषय भी नहीं बने, ऐसा हमारे देश में ही हो सकता है।
आंदोलनकारियों ने आज तक, टाइम्स नाउ आदि चैनलों को सारी जानकारी भेजी, लेकिन वहाँ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। जिस मीडिया में फ़ीस बढ़ोतरी कोई मुद्दा नहीं है, उसे किसी तरह की सरकारी छूट नहीं मिलनी चाहिए। सुविधा पाए हमारे टैक्स से और गुण गाए सेठ का!
ऐसी परिस्थिति में आपको और हमें ही मीडिया का काम करना पड़ेगा। कल यानी 26 सितंबर को शिमला में विशाल रैली निकाली जाएगी। इस रैली को सफल बनाने में सहयोग करें।
(स्रोत-एफबी)