जयदीप कार्निक
ग़ज़ब है…..कोई टीवी चैनल “राज्याभिषेक” कह रहा है कोई “राजतिलक” कह रहा है…..राजदरबार और राजतंत्र के मोह से हम कब मुक्त होंगे….? ये दरअसल नरेंद्र मोदी का “जनाभिषेक” है – हम भाषा में नवाचार क्यों नहीं ला सकते? एक संपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनकर आने वाले जनप्रतिनिधि के पद ग्रहण को राज्याभिषेक के रूप में प्रस्तुत करना उस समूची लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अपमान नहीं है क्या? हाँ इस प्रक्रिया को महज शपथ ग्रहण ना कहना चाहें तो “जनाभिषेक” कह सकते हैं या और सोच सकते हैं…….
(स्रोत-एफबी)