अजीत अंजुम, मैनेजिंग एडिटर, न्यूज़24
देश में रेप की बढ़ती घटनाओं पर दिन भर छाती पीटिए ….
शाम को जंतर -मंतर और इंडिया गेट पर कैंडिल मार्च निकालिए ….
हाय -हाय करिए ….
फेसबुक – टवीटर पर दो -चार – हजार अपडेट और निर्भया विलाप के नाम पर रुदाली रच डालिए ….बस !
देश में रेप होना बंद हो जाएगा …
लड़कियों- महिलाओं के प्रति लोगों का नजरिया बदल जाएगा …..
न बदले तो फिर अगले साल 16 दिसंबर को फिर यही सब करने के लिए घरों से निकल पड़िएगा ………
और हां अगर कोई चैनल वाला रेप पर चिंता और चिंतन के लिए बुलाए तो मर्दवादी सोच और समाज के मुंह पर दिखावटी गुस्से और आक्रोष का गोबर भी लीप पोतकर आ जाइएगा , सब ठीक हो जाएगा.
(स्रोत- एफबी)