ज़ी न्यूज़ को बाबा मिल गए तो आजतक को दाउद,शाम होते ही छाल छील देते हैं संपादक जी !

ज़ी न्यूज़ को बाबा मिल गए तो आजतक को दाउद,शाम होते ही छाल छील देते हैं संपादक जी !
ज़ी न्यूज़ को बाबा मिल गए तो आजतक को दाउद,शाम होते ही छाल छील देते हैं संपादक जी !

संपादकों के ट्वीट
संपादकों के ट्वीट
ज़ी न्यूज़ के रोहित सरदाना ने ट्वीट कर कहा ज़ी न्यूज़ देख लो दर्शकों बाबा आ रहे है. रोहित ने लिखा – “दर्शकों की भारी मांग पर, बाबा राम रहीम का पूरा इंटरव्यू एक बार फिर. आज रात 10 बजे. सिर्फ़ @ZeeNews पर.”

अभी सोंचा ही था कि चलो सीरियल सिनेमा छोड़कर आज दस बजे ज़ी न्यूज़ पर धूम-धड़ाके वाले बाबा के दर्शन कर ही लेते हैं तभी दो संपादकों के ट्वीट और आ गए. वे दाउद की आवाज़ पकड़ कर ले आए थे. ये आजतक का बड़ा खुलासा था. देखना जरूरी है.

आजतक के संजय ब्रागटा ने लिखा – “Watch latest conversation of Dawood Ibrahim on @aajtak @HeadlinesToday @BJPRajnathSingh #DawoodIbrahimtape”

दूसरी तरफ अपने दिग्गज संपादक राजदीप ने भी एक खबर देखने का न्योता दे दिया – “News Today at 9: Should valley have veto right over a Hindu CM for J and K? Newsmaker: Tarun Gogoi. @HeadlinesToday”

पशोपेश में अभी थे ही कि IBN7 के तसलीम खान और सुमित अवस्थी ने भी दनादन ट्वीट मार कर चारो खाने चित्त कर दिया. दोनों चाहते थे कि ‘पीके’ पर हो रहे विवाद की बहस उनके साथ देखे.बूझे!

तसलीम खान और सुमित अवस्थी ट्वीट करते हैं –

TASLEEM KHAN @TasleemKhan
विवादों पर क्या कहते हैं आमिर और राजू हिरानी…रात 830 बजे with @awasthis on #IBN7 @ibnkhabar pic.twitter.com/mW5O6d9sdY

Sumit Awasthi @awasthis
क्या पी.के. फिल्म पर बैन की मांगजायज़ है? #BoycottPK #supportpk हैशटेग क्यों ट्रेंड कर रहे हैं।बड़ी बहस 8बजे @richaanirudh @ibnkhabar #ibn7

हफ्फ़-हफ्फ-हफ्फ़ …. अभी हिंदी और अंग्रेजी के संपादकों और उनके जालिम ट्वीट से निपट भी न पाए थे कि तब जय महाराष्ट्र का नारा गूंज गया और ट्विटर के अखाड़े में निखिल वागले कूद पड़े. उन्होंने लिखा –

nikhil wagle @waglenikhil
Watch Point Blank at 9pm on @mimarathinews.
Sub: Controversy over Amir Khan’s PK.
Congrats @RavindraAmbekar for d surge of Mi Marathi.

उसके बाद देखने की हिम्मत नहीं रही. प्राइम टाइम दिखाने की होड़ में आप संपादकों ने ट्वीट कर-कर के हम दर्शकों का छाल छील दिया. वैसे आज ज़ी न्यूज़ को बाबा मिल गए और आजतक को दाउद.लेकिन दर्शकों को क्या मिला , बाबाजी का घंटा. वैसे एक कहावत याद आ रही है ऊँचे दूकान,फीके पकवान.

(संपादकों के ट्वीट से त्रस्त एक दर्शक)

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