योगी आदित्यनाथ को शपथ लेने से पहले इस देश के कथित सेक्युलरों का, कथित बुद्धिजीवियों का जमकर शुक्रिया अदा करना चाहिए। ये है प्रतिक्रियावाद की ताकत। योगी क्यों CM बने? पांच बार से गोरखपुर का सांसद होने के बावजूद गोरखपुर बुरी तरह खस्ताहाल है। गोरखपुर की सड़कें……. हे राम….। शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली….. सब का सब भगवान भरोसे। राप्ती की बाढ़ आज भी पूर्वांचल का काल है। हर साल सैकड़ों नौनिहाल इंसेफेलाइटिस यानि मस्तिष्क ज्वर के चलते अकाल मौत मर जाते हैं। हर साल……..। फिर भी, न कोई शोर। न कोई सुनवाई। न कोई इलाज।
पर अचरज की बात है कि इन आधारों पर कभी योगी का मूल्यांकन किया ही नही गया। इन सेक्युलरों की नज़र में योगी का मतलब सिर्फ हिन्दू…हिन्दू…और हिन्दू है। साल दर साल योगी के नाम पर सिर्फ हिन्दू…हिन्दू…हिन्दू… का हव्वा खड़ा करते इन “पुरूस्कार वापसी टाइप” बुद्धिजीवियों ने योगी को देश के सबसे बड़े हिन्दू हृदय सम्राट की कतार में खड़ा कर दिया। योगी ने असल जिंदगी में एक चींटी भी न मारी होगी पर इन महान आत्माओं ने उन्हें मुसलमानो के खिलाफ सबसे बड़ा खतरा साबित कर दिया। योगी के ख़िलाफ़ तमाम बातों के बीच ये एक बहुत बड़ी सच्चाई है कि गोरखनाथ मंदिर के चिकित्सालय में सस्ते पैसों पर इलाज कराने वालों में अच्छी खासी संख्या मुसलमानो की भी है। पर ये बात कहते हुए सेक्युलरों की जीभ जल जाएगी क्योंकि फिर हिन्दू-मुसलमान का गणित कहां सेट होगा? फिर योगी को सबसे बड़ा खतरा कैसे बताया जाएगा?
तो ये योगी जो आज यूपी के CM बने हुए हैं, ये आपकी ही देन हैं, प्रभु। आपने ही इनका कद इतना बड़ा, इतना विकराल बना दिया है। आपने ही इन्हें हिन्दू हृदय का ऐसा सम्राट बना दिया है कि हिन्दू अपनी रोजमर्रा की सारी तक़लीफ़ें, सारा दर्द, सारी वादाखिलाफी भूलकर भी अपने “मसीहा” के नाम पर हिंदुत्व की मुहर मार आता है। आपको मुबारक हो आपका बनाया ये CM। कल दोपहर इनका शपथ ग्रहण है। वक़्त निकालकर चले आइयेगा। थोड़ी तालियों पर आपका भी हक़ बनता है हुजूर!
@fb