प्रभात रंजन
इस बार पुस्तक मेले का यह किस्सा मजेदार है. वाणी प्रकाशन ने पंजाबी मुखड़ों पर हिंदी अंतरे लिखने वाले फ़िल्मी गीतकार इरशाद कामिल की नज्मों की किताब प्रकाशित की और उसके लिए जुमला चलाया- इस बार प्यार का इजहार गुलाब से नहीं किताब से करें! इस जुमले को युवाओं ने अच्छी तरह समझा और रवीश कुमार की किताब ‘इश्क में शहर होना’ खरीदकर प्यार का इजहार करने लगे. मतलब जुमला वाणी का चला और किताब चल गई राजकमल के इंप्रिंट सार्थक की! #विश्वपुस्तकमेला
@fb