सार्थक
टाइम्स नाव अंग्रेजी का चैनल है. अंग्रेजी में ख़बरें परोसी जाती है,बहस होती है और ब्रेकिंग न्यूज़ की पट्टी चलती है. चैनल के एडिटर अर्णब गोस्वामी अपने खास अंदाज़ में ख़बरें पेश करते हैं और फिर बहस कर उसका पोस्टमार्टम कर देते हैं.
लेकिन आप अचानक टाइम्स नाव खोले और पाए कि अर्णब गोस्वामी हिंदी में डिबेट कर रहे हो तो एकबारगी आश्चर्य में पड़ जाना स्वाभाविक ही है. क्योंकि अर्णब तो तब ही हिंदी बोलते हैं जब उनके सामने मराठी मानुष राज ठाकरे हो या फिर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा कोई शख्सियत..
लेकिन 28 तारीख को अचानक से टाइम्स नाव खोलने वाले दर्शक कुछ पल के लिए तब भ्रमित हो गए जब टाइम्स नाव पर पूरी तरह से हिंदी में बहस होते देखा. अर्णब भी हिंदी में टीका – टिप्पणी कर रहे थे. भाजपा के एक नेता भी उसका जवाब हिंदी में जवाब दे रहे थे और आम आदमी पार्टी की एक नेता उनके टिप्पणी की तीखी आलोचना भी हिंदी में कर रही थी. और ये सब कुछ तुरंत खत्म नहीं हुआ बल्कि कुछ मिनटों तक चलता रहा. और एकबारगी ये लगा कि हम टाइम्स नाव नहीं बल्कि कोई हिंदी चैनल देख रहे हैं. वैसे आम आदमी पार्टी की नेता ने अर्णब की इस हिंदी बहस पर यह आरोप जड़ ही दिया कि टाइम्स नाव के बहस का ये स्तर? कुछ समझे!
वैसे सुना है कि अर्णब आजकल अपनी हिंदी सुधारने में लगे हैं और आजकल जहाँ मौका मिलता है हिंदी पर हाथ फेर ही लेते हैं. कहीं किसी हिंदी चैनल में जाने कि तैयारी तो नहीं कर रहे अर्णब?
(बतकही)