दीपवेलफेयर आर्गेनाइजेशन ने अपने नेशनल कैंपेन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ गर्ल चाइल्ड के अंतगर्त बृहस्पतिवार के दिन दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडल्ट एजुकेशन विभाग के साथ नेशनल सेमिनार का आयोजन किया। सेमिनार का मुख्य विषय ‘रोल ऑफ एजुकेशन फॉर डेवेलपमेंट ऑफ गर्ल चाइल्ड’ रहा। इस सेमिनार के माध्यम से भारत में दिन पर दिन लड़कों के अनुपात में तेजी से घटती लड़कियों की संख्या में सुधार के लिये वृहत स्तर पर प्रयास को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। इसके लिये शिक्षा को आधार बना कर समाज में परिवर्तन किस तरीके से लाना संभव होगा, इस पर वक्ताओं ने अपनी राय रखी। सेमिनार का उद्घाटन लोकसभा सांसद एवं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जेपी अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित करके किया। इस अवसर पर समाजसेवी विक्रम दत्त एवं कई गणमान्य वयक्ति मौजूद रहे। संस्था के सचिव अजय प्रकाश ने अपने स्वागत भाषण में सभी अतिथियों एंव वक्ताओं का अभिवादन किया और सेमिनार के विषय पर प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथी जेपी अग्रवाल ने कहा कि आज महिलाओं के लिये वातावरण अपने घर से बनाना होगा उनके विकास के लिये सही वातावरण देने की जिम्मेदारी समाज और परिवार की है। तमाम जागरूकता के बावजूद पढ़े-लिखे लोग भी लड़के-लड़कियों में भेद करते मिल जायेंगे। जब तक हम लोग अपनी मानसिकता को नहीं बदलेंगे, ये बदलाव नहीं होगा। इस कार्य में दीप वेलफेयर आर्गेनाइजेशन जैसी समाजसेवी संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस मौके पर उन्होंने संस्था के सचिव अजय प्रकाश को शॉल देकर सम्मानित किया।
पूरे सेमिनार को दो सेशन में बांटा गया था। पहले सेशन की अध्यक्षता डीसीपीसीआर के सदस्य एम एम विद्वार्थी ने की और उसके मुख्य वक्ता डॉ. मानसी मिश्रा ने देश में लड़कियों की स्थिति पर प्रकाश डाला। सेमिनार में आये प्रतिभागियों ने विशेषज्ञों से इस मुद्दे पर सवाल पूछे कि महिला सशक्तिकरण कैसे किया जाये। दुसरे सेशन की अध्यक्षता प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. विक्रम दत्त ने की। इस सेशन में मुख्य वक्ता डॉ. एस के दत्ता, जाने-माने सोशल एक्टिविस्ट अंबरीष राय, आदेश भारद्वाज, डॉ. राजेश, मीडिया की जानी-मानी हस्ती रितू पराशर, डॉ. एस के दत्ता ने मीडिया की भूमिका पर बात करते हुए कहा कि इस अभियान को सफल बनाने में मीडिया की भूमिका बहुत अहम है। और इस मुद्दे को मीडिया को गंभीरता से समझना होग।
देश के दूरदराज इलाके से आये तमाम गैर-सरकारी संस्थाओ के प्रतिनिधियों को बताया गया कि वे भी इस कैंपेन से जुड़ कर गांव-गांव तक बेटियों बचाने का मुहिम चलायें, जिसमें हर तरह की मदद दीप वेलफेयर आर्गेनाइजेशन द्वारा की जायेगी। दूसरी तरफ इस कैपेंन को मजबूती प्रदान करने के लिये निजी कंपनियो के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया। सार्वजनिक क्षेत्र की जानी-मानी संस्था एनटीपीसी, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने कैंपेन को सहयोग दिया। वहीं निजी क्षेत्र की कंपनी आसरा इन्टरप्राइजेज के एमडी इम्तियाज हसन भी सेमिनार में शामिल हुए। कार्यशाला में मौजूद कई बुद्वजीवियों, शिक्षकों, छात्रों तथा सामाजिक संस्था के लोगों ने देश में कन्या-भूण हत्या रोकने तथा अधिक संख्या में बेसहारा बच्चियों को अपनाने के लिये लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी ली। सेमिनार का संचालन संस्था के डायरेक्टर शषि भूषण ने किया। इस कार्यशाला में सोशल एक्टिविस्ट भरत सिंह, प्लान इंडिया इंटरनेशनल की तरफ से गुरजीत सिंह, शैलेंद्र सिंह, मंजू सूतवाल, शैल ने सेमिनार को सफल बनाने हेतु सराहनीय योगदान दिया।