आर्ट एंड कल्चरल ट्रस्ट और चक्रपाणि वर्ल्ड स्कूल ऑफ़ म्यूजिक द्वारा आयोजित १५, २२ और २३ दिसंबर , तीन दिवसीय संगीत सम्मान अवार्ड ट्रेडिशन २०१४ और दिल्ली प्रतिभा पुरस्कार का समापन बहुत ही धूमधाम से अलायन्स फ्रांसीसी दे दिल्ली के एम एल भारतीय सभागार में संपन्न हुआ |इस साल, पं. एल. के. पंडित (गायन) को “भारत के संगीत रत्न” से सम्मानित किया गया, डॉ उमा गर्ग (गायन) “संगीत श्री”, से सम्मानित किया गया। शुभेंद्र राव और सास्किया राव डे हास को संयुक्त रूप से (सितार और चेलो) संगीत की दुनिया में उनके जबरदस्त योगदान के लिए “दिल्ली रत्न” और रीतोंम सरकार (शास्त्रीय गिटार) को “संगीत युवा रत्न” से सम्मानित किया गया। इस अवसर पे गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति से इस समारोह को अभूतपूर्व बना दिया|
प्रमुख अतिथियों में देश के उच्चतम न्यायालय के सम्माननीय न्यायाधीश श्री दीपक मिश्रा, लोकसभा सांसद श्री आर. के. सिंह और केंद्रीय खाद्य संस्करण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने समारोह में आकर सबको प्रोत्साहित किया |
इस समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप मैं आगत उच्चतम न्यायालय के सम्माननीय न्यायाधीश श्री दीपक मिश्रा ने दीप प्रज्वलित कर किया | सम्माननीय न्यायाधीश ने संगीत का महत्व एवं जगनाथ के श्लोकों को गाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया लोगों ने बार बार ताली बजाकर उनकी बातों का समर्थन किया | इस कार्यक्रम के दूसरे चरण के मुख्य अतिथि के रूप में श्री आर . के. सिंह सांसद लोक सभा ने ट्रस्ट द्वारा अखिल भारतीय प्रतिभा पुरस्कार के नई योजना का उद्घाटन अपने हस्ताक्षर कर के किया | इस अवसर पर अपने सम्बोधन मैं संगीत को भारतीय संस्कृति का आधार बताया | यह संस्था इस तरह के संगीत ,नृत्य एवं कला के क्षेत्र मैं कार्य करने वाला देश का अनूठा और अद्भुत संस्था है |यह अखिल भारतीय प्रतियोगिता पुरस्कार भारत के हर राज्य के राजधानी मैं संगीत नृत्य एवं कला के क्षेत्र मैं आयोजित की जाएगी एवं राज्य से विजयी प्रतिभागी की अंतिम प्रतियोगिता दिल्ली मैं आयोजित की जाएगी और विजयी को ये पुरस्कार दिया जायेगा | कार्यक्रम के समापन चक्रपाणि वर्ल्ड स्कूल ऑफ़ म्यूजिक के संगीत एवं नृत्य के स्टूडेंट्स के द्वारा किया गया | जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि केंद्रीय खाद्य संस्करण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने किया एवं इस संस्था के इस तरह के कार्य को बाल एवं युवा पीढ़ियों मैं अपने भारतीय संगीत की विरासत को आगे बढ़ाने वाला बताया और बिहार में जन्में वर्त्तमान अप्रवासी भारतीय संस्थापक अध्यक्ष ठाकुर चक्रपाणि सिंह एवं इस के सदस्यों को बधाई का पात्र बताया | उन्होंने इस अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं को सम्मानित किया | आलेख सिंह न अपने उद्घोस्ना एवं ऊर्जा ने अपने गायन और नृत्य से लोगों के मन को मोह लिया