नई दिल्ली: कोरोनाकाल में बुजुर्गों की समाज के प्रति अप्रतिम भूमिकाओं और तमाम रोचक अनकही दास्तानों पर आधारित रिपोर्ताज-संग्रह कोरोनानामा का मंगलवार को मालवीय स्मृति भवन में विमोचन सम्पन्न हुआ। देश के विभिन्न हिस्सों से प्राप्त कुल आठ रिपोर्ताजों के संग्रह कोरोनानामा का विमोचन मालवीय भवन के सभागार में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद समीर उरांव, एफआईडीसी के निदेशक रमन अग्रवाल, दादी दादा फॉउंडेशन के निदेशक मुनिशंकर पाण्डेय, जयराम विप्लव और संपादक अमित राजपूत ने किया।
प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित इस संग्रह का संकलन और संपादन अमित राजपूत ने किया है। इस संग्रह में डॉ. उपेंद्र पाण्डेय, डॉ. अरुण प्रकाश, अमृता मौर्य, दीक्षा मिश्रा, विनय कुमार, अर्चना अरोड़ा, अमन तिवारी और अल्पना बिमल जैसे रिपोर्टरों के रिपोर्ताज संकलित हैं। संग्रह के संपादक अमित राजपूत ने बताया कि ये रिपोर्ताज कोरोनानामा कोविड-19 की वैश्विक महामारी के दौरान हमारे समाज में बुजुर्गों की और उनके लिए निभाई गयी भूमिकाओं का मजबूत दस्तावेज है। राज्यसभा सांसद समीर उरांव ने इसके लिए दादीदादा फाउंडेशन और संपादक अमित राजपूत की प्रशंसा की और कहा कि यह रिपोर्ताज कोरोनानामा बुजुर्गों के प्रति हमें संवेदनशील बनाने वाली मार्गदर्शक पुस्तक सिद्ध होगी।
रमन अग्रवाल ने कहा कि यह रिपोर्ताज कोरोना महामारी की भीषणता की सनदें हैं। जयराम विप्लव ने अमित की पुस्तक कोरोनानामा को सजीव दस्तावेज कहा। इस दौरान कार्यक्रम में अनेक अधिकारी, बुद्धिजीवी और राजनैतिक हस्तियाँ मौजूद रहीं।