ये अच्छा हुआ कि राजनाथ बीजेपी के नए अध्यक्ष बन गए. अब न्यूज़ चैनलों को मुर्गा लड़ाने और तुकबंदी करने में सुविधा होगी. राहुल बनाम गडकरी कुछ जंच नहीं रहा था. राहुल बनाम राजनाथ ज्यादा ठीक लगता है.
दोनों के नाम अंग्रेजी के ‘R’ और हिंदी के ‘रा’ से शुरू होती है. वैसे देखें तो तीन ‘रा’ का संयोग बनता है. रा से राजनीति, रा से राहुल और रा से राजनाथ. न्यूज़ चैनलों के प्रोड्यूसरों की नज़र नामों के तुकबंदी पर भी खूब होती है.
तुकबंदी वाले नाम डिमांड में रहते हैं. ऐसे में पहले कांग्रेस की तरफ से उपाध्यक्ष के पद पर राहुल गांधी की नियुक्ति और फिर भाजपा की तरफ से राजनाथ की अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति, न्यूज़ चैनलों की बिन मांगे मुराद पूरी हो गयी.
लीजिए तुकबंदी शुरू भी हो गयी. आजतक ने कहना शुरू कर दिया – राजनीति का आर फैक्टर. राहुल बनाम राजनाथ.