मोहम्मद अनस
कुछ लोगों को समाज में घट रही हर अच्छी-औसत अच्छी-बहुत अच्छी चीजों में मीन मेख निकालने की पैदाइशी लचक होती है. क़मर वहीद नक़वी द्वारा इंडिया टीवी से इस्तीफे की ख़बर पर उन्हीं लोगों का कहना है कि वे खुद मीडिया में आ कर इस बात को क्यों नहीं कह रहे हैं कि उन्होंने मोदी और रजत की पेड अदालत के कारण इस्तीफा दिया.
सुनो ओ क्रांतिकारियों के झ#$, मेरी उनसे बात हुई ,उन्होंने कहा कि वे इसी वजह से इंडिया टीवी को छोड़ कर चले गए. कई मीडिया ग्रुपों ने इसको खबर बनाया है लेकिन अधिकतम ने नहीं. तुम्हे क्या लगता है, मोदी के हाथों बिके अखबार और चैनल वाले इस ख़बर की वजह से लोगों को रूबरू करवाएंगे ? अभी तक के मीडिया इतिहास में क्या किसी चैनल ने किसी चैनल के करप्शन पर बात की? मीडिया में वे इसलिए नहीं गए क्योंकि दिखाएगा कोई नहीं.
जिस व्यक्ति ने तमाम तरह की राजनीति को दरकिनार कर,लाखों के पॅकेज से मुंह मोड़ सिर्फ अपनी ईमानदार अंतरात्मा की आवाज़ सुनी तुम्हे उस पर भी यकीन नहीं है ?
नहीं भरोसा है तो न करो,अगर उनसे बात करनी है तो नंबर मुझसे ले लेना. उनके मुंह से सुन लेना !
(स्रोत-एफबी)