पुण्य प्रसून ने दीपक चौरसिया को झूठा साबित किया ?
ज़ी न्यूज़ पर आपातकाल की घोषणा कर चुके पुण्य प्रसून बाजपेयी अब आजतक पर हाथ रगड़ – रगड़ कर लफ्फाजी, माफ कीजियेगा, ख़बरें बाचेंगे. यह सब बेहद अप्रत्याशित तरीके से हुआ. अंतिम मौके पर हुआ. नहीं तो अबतक इंडिया न्यूज़ में उनके चरणकमल पड़ गए होते और वे वहाँ ख़बरें बांचकर, अपनी साख को पूरी तरह से ध्वस्त कर बैठते.
लेकिन इंडिया न्यूज़ में उनके जाने की खबर कोई गॉसिप नहीं थी. मीडिया खबर या किसी वेबसाईट की मनगढंत कहानी भी नहीं थी. इंडिया न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ दीपक चौरसिया ने न्यूज़लौंड्री में दिए इंटरव्यू में बाकायदा उनका नाम लिया था और कहा था कि राणा यशवंत और पुण्य प्रसून बाजपेयी जैसे दिग्गज इंडिया न्यूज़ ज्वाइन करने वाले हैं.
लेकिन लगता है एपॉइंटमेंट लैटर लेने के बाद पुन्नू बाबा की आजतक में सेटिंग हो गयी और वे उस एपॉइंटमेंट लैटर को कूड़ेदान में फेंककर आजतक का एपॉइंटमेंट लैटर को जेब में रख लिया और अपने चिरपरिचित कुटिल मुस्कान के साथ आजतक के न्यूज़रूम में चढ़ बैठे. यूँ पुण्य प्रसून ने दीपक चौरसिया को झूठा करार दिया और उनकी बात जो उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहा था , उसका कोई महत्व नहीं रहा. उलटे दीपक की किरकिरी हो गयी.
शायद इसीलिए बड़े – बुजुर्ग कह गए हैं कि समय के पहले कुछ भी नहीं कहना चाहिए. ऐसा ही वाकया न्यूज़24 के साथ भी हुआ था जब अजीत अंजुम ने शीतल राजपूत का नाम ले लिया था और वह मीडिया मंत्र नाम की पत्रिका में छप भी गयी. लेकिन असल में एपॉइंटमेंट लैटर लेने के बाद भी शीतल न्यूज़24 में नहीं आयी.
तभी आजतक ने चतुराई दिखाई और बातचीत तय हो जाने पर सीधे आजतक पर पुण्य प्रसून को लाइव कर दिया. उसके पहले किसी को हवा भी न लगने दी कि कहीं पुन्नू बाबा अंतिम समय मे…! लेकिन आजतक वाले क्या जाने कि पुण्य प्रसून की तो आजतक के रूप में जैकपॉट लग गयी. जी न्यूज़ से आपातकाल की घोषणा करके निकले थे. मनमसोस कर इंडिया न्यूज़ जा रहे थे कि रास्ते में मसीहा आजतक मिल गया.