दूरदर्शन के उन पांच कर्मचारियों पर आखिरकार गाज गिर ही गयी जिनकी वजह से प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संदेश में गडबड़ी हो गयी थी और संदेश के अंत में ‘ठीक है’ प्रसारित हो गया था.
जनसत्ता के संपादक ओम थानवी ने अपने वॉल पर सूचना देते हुए और व्यंग्यवाण चलाते हुए लिखा है कि सरकार ने उन पांच दूरदर्शन मुलाजिमों को निलंबित कर दिया है, जिनकी वजह से कल प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन में अंत में तुरंत बोले गए दो शब्द टीवी पर चले गए जो कि भाषण का हिस्सा नहीं थे। अंगरेजी संबोधन के बाद प्रधानमंत्री ने हिंदी में कहा था — “ठीक है?” जो हो, इस भूल-चूक लेनी-देनी से देश की बड़ी सेवा हुई है। एक तो पता चला कि प्रधानमंत्री बगैर लिखकर दिए हुए भी कुछ बोल सकते हैं। वह भी सहज होकर, राष्ट्र की राजभाषा में। फिर देश के ठीक-बेठीक हालात पर बोलने में तो उन्हें एक हफ्ता लगा; पर भाषण कैसा रहा, यह उन्होंने उसी सांस में जानना चाहा। यानी सजग भी हैं। और फिर गलत प्रसारण पर फौरन एक्शन भी ले लिया। कर्मठ हैं। ठीक है, सर, सब ठीक है। भाषण ठीक, देश भी ठीक। बादल सरकार के एक नाटक में लाठी की ठक-ठक के साथ चौकीदार की अनवरत पुकार याद आती है — किसी का खून नहीं हुआ … कोई बलात्कार नहीं हुआ … सब ठीक है!!
क्या हुआ था ?
चलती बस में गैंग रेप के बाद पूरे देश में लोगों के गुस्से को देखते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को देश के नाम संदेश दिया। लेकिन इस संदेश की सारी गंभीरता उसी वक्त खत्म हो गई, जब संदेश खत्म होने के बाद पीएम ने पूछा ‘ठीक है।’ गलती से पीएम का यह पूछना टीवी पर ब्रॉडकास्ट हो गया. इतना ही नहीं, पीएम राष्ट्र के नाम संदेश दे रहे थे और करीब उसी दौरान वहां बैकग्राउंड में किसी का मोबाइल बजता रहा।
बीबीसी ने उडाई खिल्ली
बीबीसी के साईट पर भी इस सम्बन्ध में खबर छपी और एक तरह से प्रधानमंत्री की खिल्ली उड़ाई. बीबीसी हिंदी की वेबसाईट ने लिखा – दिल्ली में गैंग रेप मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आखिरकार बयान तो दिया लेकिन बयान के दो शब्दों ने उन्हें सोशल मीडिया ट्विटर पर मजाक का पात्र बना दिया है.
वहीं नवभारत टाइम्स ने इसे शर्मनाक करार देते हुए कहा कि एक ऐसा संवेदनशील मसला, जिसकी वजह से पूरा देश उबल रहा है उस लेकर नौकरशाहों की इस तरह की लापरवाही शर्मनाक है। क्या प्रधानमंत्री के भाषण का टेप मीडिया को दिए जाने से पहले इसकी एडटिंग नहीं चेक की जानी चाहिए थी? प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित कर रहे हों और उनके किसी मातहत का मोबाइल बजता रहे, यह क्या कम शर्मनाक है? क्या इस मामले में किसी की जवाबदेही तय नहीं होनी चाहिए और कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? ताकि भविष्य में कोई बाबू इस तरह की लापरवाही करने की जुर्रत न कर सके।
ट्विटर पर टनाटन ट्विट
पीएम के ‘ठीक है’ की खूब खिल्ली उड़ाई जा रही है. अब ये दो शब्द यानी Theekhai सबसे ऊपर ट्रेंड कर रहा है. कुछ ट्विटस :
रमेश श्रीवत्स @rameshsrivats: लिखते हैं: पुतिन- मेरे पास गाड़ी है बंगला है रुस है. तुम्हारे पास क्या है. मनमोहन-ठीक है.
जेबा Jeba @Jeba लिखते हैं- प्रधानमंत्री के दफ्तर में वीडियो एडिटिंग का ये हाल है तो ….
Bhaskar Chatterjee @BhaskarChat क्या मजाक है। भारत के प्रधानमंत्री भाषण खत्म करने के बाद कैमरामैन से पूछ रहे हैं कि ठीक है। क्या सोनिया वहां खड़ी थीं?
The Bad Doctor @doctoratlarge डियर मनमोहन सिंह, जब आप बोल चुके तो हम सबने जाना कि आपका चुप रहना ही बेहतर होता है।
Faking News @fakingnews LOL! #TheekHai भारत में ट्रेंड कर रहा है। सरकार को ट्रेंडिग टॉपिक्स सेंसर करने की इजाजत देकर ट्विटर अरबों कमा सकता है।
palki sharma @palkisu अब मैंने जाना कि प्रधानमंत्री को अहम मुद्दों पर क्यों नहीं बोलने दिया जाता। वह चीजों को बदतर ही करते हैं।
Malay Lakhani @malaylakhani जब प्रधानमंत्री एक साधारण से स्टेटमेंट के अप्रूवल के लिए कैमरामैन से पूछते हैं, तो वह खुद देश के लिए कड़े फैसले कैसे ले पाएंगे?
Arvind Narayanan @narvind0110 उन्हें माफ कर दो… यह बस रोबॉट में एक प्रोग्रामिंग की गड़बड़ी थी, जो कि #theekhai!
Rima Kallingal @rimakallingal मुझे लगता है कि सरकार लोगों का मूड हल्का करने के लिए एक जोकर के बाद दूसरा जोकर भेज रही है। पहले HM, फिर PM!!!
आम आदमी @ShatrughanSingh अरे यार, मनमोहन सिंह पर इतना गुस्सा मत दिखाओ। वह तो सोनिया जी से उसी तरह पूछ रहे थे, जैसे एक अच्छा इंप्लॉयी अपने बॉस से काम के फीडबैक के बारे में पूछता है कि #TheekHai
Niha Masih @NihaMasih मुख्यमंत्री कहती हैं कि उनके हाथ बंधे हैं, गृह मंत्री कहते हैं कि उन्हें पद संभाले केवल 4 महीने ही हुए हैं। पीएम कहते हैं कि ठीक है। क्या कोई थोड़ा जिम्मेदार हो सकता है?
अच्छा है इस सरकार के दिन पूरे हो गये लगता है अगर अभी भी इस मामले में कठोर कदम नही उठाये तो आने वाले समय में इस पार्टी को कोई सत्ता में नही लाने वाला ।
very fast and quick action… Can Govt do same in all the cases of corruption.
bhai, durdursan suru se hi sarkari bhoopu hai. 21wi sadi me 19wi sadi ki patrakarita hoge to anjam yahi hoga
TARKESH KUMAR OJHA
KHARAGPUR(WEST BENGAL)