सुयश सुप्रभ
अगर आपके जीवन में हास्य रस की कमी है तो संघियों का अख़बार पायनियर पढ़िए। हाल ही में इस अख़बार की वेबसाइट पर यह जानकारी दी गई कि दंतेवाड़ा में भारतीय सेना के जवानों के मरने पर जेएनयू में डांस पार्टी का आयोजन किया गया था। यही नहीं, इस अख़बार ने जेएनयू के गोमती और अरावली नाम के गेस्ट हाउसों को हॉस्टल बता दिया। जेएनयू को राष्ट्रद्रोही तत्वों से मुक्त करने की सलाह देने वाले अ़ख़बार से यही उम्मीद थी। वैसे इस अख़बार की हर बात को हँसी में उड़ाना भी ठीक नहीं होगा क्योंकि बहुत-से पत्रकारों ने इस अख़बार की तरह लिखना शुरू कर दिया है। जिन पत्रकारों में संघी विचारधारा का बीज पहले से मौजूद है, वे ऐसी ख़बरें पढ़कर जेएनयू के बारे में नकारात्मक रिपोर्ट लिख मारते हैं। वैसे भी आम सुनकर इमली लिखने वाले पत्रकारों की संख्या कम नहीं है।
(स्रोत-एफबी)