मशहूर टीवी पत्रकार विनोद दुआ ने 22 मई शाम आठ बजे, आईबीएन7 पर अपने कार्यक्रम ‘प्रश्नकाल’ में मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम यह खुली चिट्ठी पढ़ी-
”जनाब नरेंद्र मोदी साहेब…26 मई को शपथ-ग्रहण समारोह होने जा रहा है। ये आपका निजी इवेंट नहीं है। ये देश के अगले प्रधानमंत्री के शपथ लेने का समारोह है। शपथ…जैसा कि हम सब जानते हैं हमारी सभ्यता और संस्कृति में एक पवित्र कसम होती है जिसका पालन ना करना एक नैतिक गुनाह माना जाता है। शपथ की दूसरी शर्त होती है विनम्रता से अपने विश्वास को उस शपथ से बांधना, इसलिए विनम्र होकर इस देश की गरीब जनता जनार्दन की उम्मीदों पर खरे उतरें। तीसरे, जीत में सिर्फ अहंकारी लोग अपना गुस्सा और ताकत जाहिर करते हैं। आपके बहुत से समर्थक और कार्यकर्ता ऐसा कर रहे हैं। चाहे ट्विटर हो…या फेसबुक, आपके बहुत से लोग गाली-गलौच पर भी उतर आए हैं। कृपया उनके नाम भी एक संदेश दें जैसे आप राष्ट्र के नाम संदेश देते रहेंगे। चौथी और सबसे अहम बात…पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर डॉक्टर मनमोहन सिंह तक हर प्रधानमंत्री ने इस गलतफहमी में खुद को चने के झाड़ पर चढ़ाया है कि वो सिर्फ भारत का प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि वो विश्व का एक महान नेता है, जिसे अमेरिकी-रूसी और चीन के राष्ट्रपति के साथ शुमार किया जाना चाहिए क्योंकि भारत की असली जगह इनके साथ है…बस…कुछ साल की देर है। इसी गलतफहमी में देश ने आजादी के 66 साल बिता दिए हैं। कृपया आप ये गलतफहमी ना पालें…आज भी भारत निर्धन व्यक्तियों से बसा हुआ एक धनवान देश है। आप एक ऐसे देश के प्रधानमंत्री बने हैं जहां गरीब से गरीब आदमी से भी टैक्स लिया जाता है। आपके पास अपना बहुमत है…सहयोगियों का साथ है…और सामने एक बेहद कमजोर विपक्ष है। कोई वजह नहीं है कि आप अपने किए हुए वायदे पूरे ना कर पाएं। बस गलतफहमियों से सावधान रहें…शुभस्ते पंथान: सन्तु। ”
मोहम्मद अनस Via- Pankaj Parvez
(स्रोत-एफबी)
I am also fan of Vinod dua and I also used bad words today to my frd in a debate for your honesty…. Pls Vinod dua release a statement So I can stop using bad words to other people… Baseless points…