मौत आती है तो बता कर नहीं आती है. वह दबे पाँव आती है और अपने पीछे ढेर सारा गम छोड़ जाती है. कुछ ऐसा ही न्यूज़ एक्सप्रेस के एंकर अभय सिंह के साथ हुआ. अपने दोस्तों के साथ वे गए तो थे खुशियाँ बांटने, लेकिन एक दुर्घटना में अपने प्राण गँवा बैठे. नवभारत टाइम्स के सौजन्य से जानिए इस दुर्घटना की पूरी कहानी :
अभय बुलेट लेकर घूमने फिरने वाले बुलटिया ग्रुप को भी लीड करते थे. रविवार सुबह करीब 8 बजे अभय सिंह अपने दोस्तों गौरव भारद्वाज, गौरव कुमार, मनीष कुमार व राहुल टंडन उर्फ सोनू के साथ सूरजकुंड रोड से करीब पांच किलोमीटर अंदर पहाड़ी में स्थित कृत्रिम झील के पास घूमने आए थे. साथ में सभी लोग खाने का सामान व चिकन बनाने का सामान भी लाए थे. गौरव भारद्वाज ने बताया कि जिस समय सब झील के पास बैठे थे, उस समय अचानक बंदर वहां आ गए थे और उन्होंने चिकन को बिखेर दिया. जिसके बाद सभी वहां से दूर आकर पहाड़ी में पेड़ों की छांव में बैठ गए और घर से लाए पराठे व फ्रूट का सेवन करने लगे। इस दौरान अभय सिंह ने कहा कि बंदर चिकन नहीं खाते है वह वहीं छोड़ गए होंगे उठा कर लाते हैं। दोस्तों ने उन्हें जाने से मना किया, लेकिन वह गौरव को साथ लेकर झील के किनारे पर चले गए. गौरव व अभय यहां बिखरे चिकन के टुकड़ों को उठाने लगे. गौरव ने बताया कि अभय सिंह ने मनीष को कॉल कर एक थैली भेजने को कहा. गौरव कुमार थैली लेकर उनके पास जाने के लिए निकला. इस दौरान अभय सिंह को एक पीस पानी में झील के किनारे पड़ा दिखाई दिया, जिसे उन्होंने उठाने के लिए कहा, इस पर गौरव भारद्वाज ने उनको मना किया, लेकिन वह जैसे ही पीस को उठाने बढ़ा उसका पैर फिसल गया और वह पानी में डूबने लगे. पानी में डूबने के दौरान अभय सिंह ने मदद के लिए शोर मचाया. गौरव भारद्वाज मदद को बुलाने के दोस्तों की ओर दौड़ पड़ा। यहां थैली लेकर पहुंचे गौरव कुमार ने पानी में छलांग लगा दी और अभय को बचाने की कोशिश की. इस दौरान गौरव कुमार भी डूबने लगा। तीनों के वापस न आने पर यहां मनीष भी पहुंच गया. गौरव कुमार को बचाने के लिए मनीष ने अपनी जैकेट उतार कर पानी में डाली और वहां हाथ में आई कांटों लगी लकड़ी को पानी में फेंका. जिसे गौरव कुमार ने पकड़ लिया और मनीष व गौरव भारद्वाज ने उसे पानी से बाहर खींच लिया। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना पर पुलिस के गोताखोर व फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और अभय सिंह के शव को पानी से बाहर निकाला.