सितंबर में रिलीज होगी नरेंद्र मोदी- एक शोध
युवा लेखक एवं पत्रकार कुलदीप सिंह राघव द्वारा लिखी पुस्तक नरेंद्र मोदी- एक शोध सितंबर के अंत तक रिलीज होगी। अमर उजाला से जुड़े कुलदीप सामाजिक और राजनैतिक मामलों की रिपोर्टिंग करते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान कुलदीप ने नरेंद्र मोदी सहित तमाम बड़े नेताओं की रैलियों और चुनाव की कवरेज की है। वहीं से कुलदीप को नरेंद्र मोदी पर पुस्तक लिखने का खयाल आया। पूरा देश जिस शख्स का दीवाना हुआ, जिस जश्स की हवा ने देश को अपना बनाया और सवा करोड़ की जनता ने जिसे देश का प्रधानमंत्री बनाया, उस शख्स पर काम करने का कुलदीप ने मन बनाया ताकि लोग नरेंद्र मोदी के बारे में जो जिज्ञासाएं रखते हैं उन्हें उनका जवाब मिल सके।
स्टेशन पर चाय बेचने वाला किशोर दुनिया के सबसे बडे़ लोकतांत्रिक देश की बागडोर थाम कर आज उस मुकाम पर है जहां सारा देश उनसे अपनी बेहतरी की उम्मीद संजोए है। इसे वजह…जरिया…आधार कहें या फिर सहयोग। गुजरात के वडोदरा की गलियों में फेरी लगाकर गुजर बसर करने वाला आनंद या उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा तट पर फूलों की माला बेचने वाला सुरेश, राजनीति का ककहरा सीख रहे युवा हों या शीर्ष राजनीति के नुमाइंदें, मोदी के प्रभाव से कोई अछूता न रहा। लोकसभा चुनाव-2014 में मोदी की हवा आंधी में तब्दील हुई और कब सुनामी का रूप ले गई इसका पता ही नही चला। देखते ही देखते एक साधारण शख्स भारत जैसे लोकतांत्रिक देश का प्रधानमंत्री बन गया।
नरेंद्र मोदी- एक शोध, में भारत के 15 वें प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी के अब तक के सफर का समावेश है। जनवरी 2014 से जुलाई 14 तक हिंदुस्तान के कई प्रांतों में हुई नरेंद्र मोदी की जनसभाओं से कई महत्वपूर्ण पहलू और विषयों को संकलित किया गया है। गुजरात, नागपुर, वाराणसी समेत मोदी के जीवन से जुडे़ सभी स्थानों पर भ्रमण के उपरांत कई रोचक तथ्य और दुर्लभ फोटो भी सहेजे हैं। पुस्तक में वरिष्ठ पत्रकारों के लेख, अभियान पर विचार और टिप्पणियां भी समाहित हैं। पुस्तक को अनंग प्रकाशन दिल्ली द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है। साथ ही पुस्तक ई-बुक के रूप में भी पाठकों के लिए उपलब्ध होगी।