शलभ
टीवी न्यूज़ की बहस में आप गौर से देखेंगे तो पायेंगे कि बहस में शामिल ज्यादातर एक्सपर्ट पुरुष ही होते हैं. महिलाओं की संख्या अपेक्षाकृत कम होती है. हालाँकि पिछले कुछ वर्षों में स्थिति में बदलाव आया है और अब राजनीतिक मुद्दों पर आजतक की अंजना कश्यप जैसी कई महिला एंकर नियमित शो बदलती तस्वीर की बानगी पेश करती है. लेकिन टेलीविजन के स्क्रीन पर महिला-पुरुष में बराबरी का अनुपात होने में और समय लगेगा. बहरहाल इन परिस्थितियों के बीच यदा-कदा स्क्रीन पर स्त्री-पुरुष बराबरी भी दिख जाती है.ज़ी न्यूज़ के स्क्रीन पर 31 अक्टूबर को ऐसा ही दृश्य दिखा जब एक परिचर्चा में एंकर मीमांसा मल्लिक समेत तीन महिला स्क्रीन पर थी और इतनी ही संख्या में पुरुष भी थे. ये हुई न जेंडर इक्वलिटी. आप भी देखिए-