राजीव रंजन झा,पत्रकार
काले धन पर ज्यादा बवाल मचाना कांग्रेस को उल्टे भारी पड़ सकता है। याद है 1977, जब जनता सरकार ने इंदिरा गांधी को निशाने पर लिया था? तब इंदिरा को जनता की सहानुभूति मिल गयी थी। लेकिन इस समय कांग्रेस पहले सरकार को उकसाती रहेगी कि फलाँ बात पर आप क्या कर रहे हैं, और फिर सरकार वह काम कर देगी। फिर बोलेगी, आपने ही तो कहा था यह काम करने के लिए!
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