काटजू पर आशुतोष ने भाजपा से पहले ही ब्रहमज्ञान दे दिया था
जस्टिस काटजू के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा में ठनी हुई है. भाजपा जस्टिस काटजू को कांग्रेस का एजेंट कह रही है. बात पूरी तरह से गलत भी मालूम नहीं पड़ती. क्योंकि बिहार और गुजरात में मीडिया सेंसरशिप और पेड न्यूज़ देखने वाले काटजू हरियाणा और कांग्रेस शासित प्रदेशों पर चुप्पी साध जाते हैं. लेकिन बीजेपी ने इस मुद्दे पर नया कुछ नहीं कहा. बस IBN-7 के आशुतोष की दुहरा दिया. आज से एक साल पहले आशुतोष काटजू को कांग्रेसी एजेंट कह चुके हैं. मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार की एक टिप्पणी :
अब जस्टिस काटजू को विपक्षी खासकर बीजेपी क्या कांग्रेस के प्रभाव में आकर काम करनेवाले कहेंगे, आज से एक साल पहले हमारे होनकार मैनेजिंग एडिटर आइबीएन7 के आशुतोष ने उन्हें खुलेआम सीएनएन-आइबीएन पर सागरिका घोष के शो में कहा था- काटजू कांग्रेस के एजेंट हैं.
भाई मामला साफ है काटजू मीडिया के खिलाफ बोलें तो एजेंट, नीतिश के खिलाफ बोलें तो एजेंट, क्या पता कभी कांग्रेस शासित सरकार में मीडिया कंट्रोल की बात करें तो कांग्रेस चुपके से आराम करने की सलाह न दे दे.
चुनावी समर में किसी को भी कभी भी लू लग सकती है. जिनलोगों को विपक्ष की बात में नयापन दिख रहा है, कई बार अप्पू के पापा की पुरानी स्वेटर खोलकर टप्पू के लिए टोपी बना देने पर नया लगने लगता है, क्या कीजिएगा यही तो प्रजातंत्र है.
आशुतोष एक विचारधारा के तहत ज़िम्मेदार पत्रकार हैं ! दीपक चौरसिया की तरह बिकाऊ और बाजारू नहीं है , लिहाजा आशुतोष की टिप्पणियों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए!
आशुतोष जी को फिलहाल इंटरव्यू लेना बंद करके आत्ममंथन और संयम और तर्कपूर्ण बहस के लिए आवश्यक ब्यवहार को सीखने की जरूरत है….