केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर रिपब्लिक टीवी और उसके संपादक अर्नब गोस्वामी के खिलाफ ‘राज्य की शक्ति का दुरुपयोग’ करने का आरोप लगाया।
महाराष्ट्र पुलिस द्वारा गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद गृह मंत्री का बयान आया है।
शाह ने ट्वीट किया, “कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है। रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला है।”
मंत्री ने आगे कहा कि, “यह ‘आपातकाल’ की याद दिलाता है। इसका विरोध किया जाएगा।”
महाराष्ट्र पुलिस की रायगढ़ इकाई ने बुधवार सुबह रिपब्लिक टीवी के मालिक के घर पर छापा मारा और उसके मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार कर लिया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सचिन वेज ने कहा कि, “गोस्वामी को 2018 के आत्महत्या मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था, केस को पहले बंद कर दिया गया था और अब फिर से खोल दिया गया है।”
चैनल ने 20-30 पुलिसकर्मियों के अंदर जाने और गोस्वामी को गिरफ्तार करने के बाद “एक शीर्ष भारतीय समाचार चैनल के संपादक को अपराधी की तरह, बाल को खींचकर, धमकाकर, पानी नहीं पीने की इजाजत देने” के लिए जोरदार नारा दिया।
गृहमंत्री अमित शाह के अलावा मोदी सरकार के कई अन्य वरिष्ठ मंत्रियों ने भी अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा की है। सभी ने इसे प्रेस की आजादी का दमन और इमरजेंसी जैसी कार्रवाई कहा है। भाजपा ने इस मामले में बुधवार दोपहर प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर पूरे घटना पर महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। भाजपा मुख्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस कर राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि इटली माफिया सरकार महाराष्ट्र में प्रेस की आजादी पर हमला कर रही है।
पढ़िए और किसने क्या कहा –
प्रकाश जावडेकर
मुंबई पुलिस की ओर से बुधवार को रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इसे प्रेस-पत्रकारिता पर हमला बताते हुए इमरजेंसी जैसी कार्रवाई बताया है। प्रकाश जावडेकर ने ट्वीट कर कहा, मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है। यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आगे कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में काम कर रही कांग्रेस अभी भी आपातकालीन मनोस्तिथि में है। इसी का सबूत आज महाराष्ट्र में उनकी सरकार ने दिखाया है। लोग ही इसका जवाब लोकतांत्रिक तरीके से देंगे।
अर्णब गोस्वामी को एपीआई सचिन वाजे की टीम ने बुधवार सुबह उनके घर से अरेस्ट किया। दो साल पुराने आत्महत्या के केस मामले में गिरफ्तारी बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक, मई 2018 में 53 साल के अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक ने अलीबाग के अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में अर्णब गोस्वामी, फिरोज शेख और नितैश सारडा को कथित तौर पर जिम्मेदार बताया गया था। मामला बकाए से जुड़ा था। हालांकि, दो साल पुराने केस में अचानक हुई गिरफ्तारी को बदले की भावना से जोड़ा जा रहा है। वजह कि अर्णब गोस्वामी महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस के खिलाफ लगातार मुखर रहे हैं।
प्रमोद सावंत
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को रिपब्लिक टीवी के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी को ‘प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला’ करार दिया। सावंत ने ट्वीट किया, “अर्नब गोस्वामी के खिलाफ उच्चस्तरीय कार्रवाई प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। यह महाराष्ट्र सरकार द्वारा सत्ता का दुरुपयोग है जो राजनीति से प्रेरित है।”
साल 2018 में महाराष्ट्र के रायगढ़ पुलिस स्टेशन में दर्ज एक व्यक्ति का आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गोस्वामी को बुधवार सुबह वर्ली स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया। इस मामले को पहले ही बंद कर दिया गया था और अब इसे फिर से खोल दिया गया है। (एजेंसी)