कई बार ऐसी ख़बरें होती है कि उसपर चर्चा करते हुए खुद खबरनवीस भी भावुक हो जाते है. कल न्यूज़24 पर ऐसा ही हुआ जब अजीत अंजुम 24 छात्रों के नदी में बह जाने की घटना पर चर्चा करते हुए भावुक हो उठे.
खुद अजीत अंजुम अपने एफबी वॉल पर लिखते हैं –
“एंकरिंग करते वक्त आज अपने को संभालना मुश्किल हो गया. उन 24 परिवारों का दर्द जेहन और जुबान पर उतर आया. महीनों बाद आज एंकरिंग करते हुए अपने को संभालना मुश्किल हो गया . उन 24 परिवारों, उनके दोस्तों – रिश्तेदारों पर क्या गुजर रहा होगा ? काश ..वीरभद्र सिंह जैसे मुख्यमंत्री और संवेदनहीन सिस्टम समझ पाता …लापरवाही मानने की बजाय बचाव में दलीलें दे रहे हैं .”
दूसरी तरफ महिलाओं की पत्रिका ‘बिंदिया’ की संपादक ‘गीताश्री’ लिखती है –
“मैंने अजीत को पहली बार एंकरिंग के दौरान इतना भावुक होते देखा. मुझे उसका अहसास था. बच्चों से जुड़े किसी भी हादसे पर बात करना शायद हम सबके लिए मुश्किल होता है. लाइव में आपको खुद को नियंत्रित रखना पड़ता है, शो मस्ट गो औन की तर्ज पर. मुझसे भी देर तक वे बातें सुनी नहीं गई, जब वे बोल रहे थे हादसो के शिकार बच्चो के बारे में..
जब भी कोई बच्चा इस तरह जाता है, हम भीतर ही भीतर हजार मौत मरते हैं..
कुछ घाव हरे हो जाते हैं..दुख के पर्वत उठाए कंधे कसकने सकते हैं..हम इसे भुलाए बस जीए जाते हैं..
कुछ दुख हमेशा ताजा रहते हैं हमारे सीने में..
बस एंकरिंग देखकर जी उदास है…”
देखिए पूरा वीडियो :
ये देखने से ही ऩौटंकी करता हुआ लग रहा है.. अजीत अंजुम वो घड़ियाल है जो आंसू तो बहाता है, लेकिन नकली.