सुजीत ठमके
अभिज्ञान प्रकाश जी हां टीवी मीडिया का जाना पहचाना चेहरा। एनडीटीवी नेटवर्क के चेयरमैन प्रणव रॉय जिन मजबूत कंधो पर भरोसा करते है उन्ही नामो में से एक नाम है अभिज्ञान प्रकाश का। राडिया केस में वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त का नाम उछलने के बाद एनडीटीवी नेटवर्क का प्रबंधन डगमगा गया था। एनडीटीवी के शेयर में भारी गिरावट आई थी। एनडीटीवी नेटवर्क की बाजार के साथ साथ आम जनता, दर्शको में भी किरकिरी हुई थी। दरअसल उसी दौर में ग्लोबल स्लोडाउन की फिजा बाजार पर हावी थी। बरखा दत्त का नाम राडिया काण्ड में जुड़ने के चलते नेटवर्क के चेयरमेन प्रणव रॉय सदमे में पड़ गए थे। कई मजबूत कंधो ने एनडीटीवी नेटवर्क को अलविदा कह दिया था। कुछ प्रबंधन से अनबन के कारण खुद ही बाहर हो गए थे। मसलन वरिष्ठ पत्रकार पचौरी , देबांग आदि। दरअसल देबांग, पचौरी जैसे कद्दावर पत्रकार एनडीटीवी से बाहर होने के बाद श्रोताओ को लगता था की अब एनडीटीवी के न्यूज़ पैकेजिंग, प्रोग्रामिंग, करेंट अफेयर प्रोग्राम, डिबेट, टॉक शो, हार्ड टॉक आदि कार्यक्रमो के कंटेंट पर असर होगा। किन्तु ऐसा नहीं हुआ। चेयरमन प्रणव रॉय ने पत्रकार अभिज्ञान प्रकाश, रवीश कुमार जैसे कई जुझारू, होनहार,कद्दावर पत्रकारों की टीम तैयार रखी। नेटवर्क से कई कद्दावर चेहरे बाहर होने के बावजूद एनडीटीवी के ना तो किसी प्रोगाम पर असर हुआ ना कंटेंट पर।
अभिज्ञान प्रकाश एनडीटीवी इंडिया में रात ९:०० प्रसारित होने वाला प्राईम टाइम शो न्यूज़ पॉइंट को होस्ट करते है। तथा साप्ताहिक कार्यकम मुकाबला को। पहले इस कार्यक्रम को वरिष्ठ पत्रकार देबांग होस्ट करते थे। मूल रूप से अभिज्ञान उत्तरप्रदेश से ताल्लुक रखते है। एनडीटीवी के जरिये सैटेलाइट टीवी पत्रकारिता में कदम रखा। और लम्बे अरसे से इसी नेटवर्क के जुड़े है। अभिज्ञान हिंदी, अग्रेजी की साथ साथ उर्दू पर भी अच्छी पकड़ रखते है। अभिज्ञान ने कई बेहतर कार्यक्रमों का निर्माण एवं प्रस्तुतीकरण किया। अभिज्ञान द्वारा होस्ट किया जाने वाले दोनों शो न्यूज़ पॉइंट तथा मुकाबला दर्शको के ख़ास पसंदीदा शो है। देश की राजनीति हो या किसी प्रदेश उठापटक अभिज्ञान की पैनी नजर खबरों पर रखते है। उनका देश प्रदेश से जुडी हर छोटी बड़ी राजनीतिक खबरों का देखने का उनका अपना नजरिया है। केवल स्टूडियो में बैठकर पत्रकारिता करने में ही वे विश्वास नहीं रखते। ग्रामीण भारत के नब्ज को जानते है। टटोलते है। प्राइम टाइम शो न्यूज़ पॉइंट हो या साप्ताहिक कार्यक्रम मुकाबला सवाल कितना भी पेचीदा, गंभीर, संवेदनशील हो सरल, आम बोलचाल के भाषा में दर्शको तक पहुंचाते हैं। और यही अभिज्ञान की यूएसपी है। वे एनडीटीवी के मजबूत दीवारो में से एक हैं। सामाजिक गंभीर, संगीन विषयो पर उनके द्वारा प्रस्तुत किये गए कार्यक्रमों को टीआरपी भी मिलती है। लोकसभा चुनाव हो या किसी प्रदेश का विधानसभा चुनाव राजनीतिक खबरों को अपने अनोखे, अद्भुत अंदाज में पेश करते है। इस लोकसभा चुनाव में उत्तरप्रदेश के ग्रामीण भारत की समस्या दर्शको तक पहुचाने में अभिज्ञान कामयाब रहे। शिक्षा, स्वास्थ्य, छुआछूत, साम्प्रदाइक दंगे,दकयानुसी परम्परा, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, दहेज उत्पीड़न, पानी, रोजगार, गाँव में मुखिया की चौपाल जैसी कई गंभीर समस्याओ से ग्रामीण भारत जूझ रहा है। और इसका वास्तविक दर्शन लोकसभा चुनाव के वक्त अभिज्ञान ने रिपोर्टिंग के जरिये दर्शको तक पहुंचाया । यह ग्रामीण भारत की कड़वी सच्चाई केवल उत्तरप्रदेश में ही नहीं कमोबेश देश के हर प्रदेश की है।
अभिज्ञान एक संवेदनशील पत्रकार है। फिल्मी सेलिब्रेटी हो या खेल जगत से जुडी हस्ती वो इंटरव्यू लेते वक्त ऐसे तकनीकी और शब्दों का जाल बुनते हैं ताकि सेलेब्रेटी परदे के पीछे की खट्टी मिट्ठी बाते उगल दे। अभिज्ञान की कई बार आलोचना भी हुई खासकर २६/ ११ को मुंबई पर हुए आतंकी हमलो के वक्त। अभिज्ञान ने रिपोर्टिंग के वक्त मीडिया के सारे उसूलो को ताक पर रखकर रिपोर्टिंग की ऐसे आरोप लगे। बावजूद अभिज्ञान प्रकाश ने होनहार रिपोर्टिंग और प्रस्तुतिकर के जरिये अपनी ख़ास पहचान बनाई है और यही उनका यूएसपी है।
सुजीत ठमके
पुणे- ४११००२
मो. 9370308872