“प्रो.जगदीश्वर चतुर्वेदी”-
आम आदमी पार्टी स्वतंत्र दल है,वह न इनका है और न उनका है,वे कहां लड़ेंगे ये वे तय करें,कोई इनको कांग्रेस का वोट काटू कहता है कोई भाजपा का वोट काटू कह रहा है।ये सभी तर्क राजनीतिक अज्ञान से निकले हैं।
समझने की बात यह है भारत में ईमानदार राजनीति के लिए पर्याप्त जगह आज भी है,यदि कोई नेता जमीनी स्तर पर सक्रिय संगठन बनाए और सही तरीके से ब्रांडिंग करे तो वह चंद सालों में आम जनता का ध्यान खींच सकता है।
आम आदमी पार्टी ईमानदार -उदारचेता लोगों का धर्मनिरपेक्ष दल है,ऐसा दल है जिसने दैनंदिन जीवन के राजनीतिक प्रपंचों को भ्रष्टाचार से जोड़कर समाज में अपनी सुरक्षित जगह बनायी है।
सवाल यह नहीं है कि आम आदमी पार्टी कितनी सीटें पंजाब-गोवा में जीतती है, सवाल यह है आम जनता उनकी बातों को ध्यान से क्यों सुन रही है ? क्यों यही काम 70साल में वामदल,खासकर माकपा-भाकपा नहीं कर पाए ?
क्यों अधिकतर वामपंथियों-जनतांत्रिक दलों के हमदर्दों को आम आदमी पार्टी अपील कर रही है ?जबकि आर्थिक नीतियों के मामले में उनमें और कांग्रेस में कोई अंतर नहीं है।