पंकज प्रसून –
बिहार में कल की सुबह बहुतों के लिए काली रात के समान होने वाली है। नीतीश कुमार ने बिहार के माथे पर लगे जिस कलंक को एक तरह से साफ कर दिया था शायद वही दौर फिर से वापस आनेवाला है ये सोचकर ही आत्मा सिहर उठती है। बिहार में कल का ‘सूर्योदय’ शायद शहाबुद्दीन के ‘पुनर्उदय’ की कहानी रचने वाला है लेकिन इतना तो तय है कि नीतीश कुमार की छवि का कल ‘सूर्यास्त’ होने वाला है। शहाबुद्दीन के समर्थकों के लिए वो एक लाख रॉबिनहुड के समान हो सकते हैं लेकिन यहां सवाल ‘ब्रांड बिहार’ का है।
नीतीश कुमार जी को जवाब देना चाहिए कि क्या ‘ब्रांड बिहार’ के एंबेसडर शहाबुद्दीन बनने वाले हैं? बाहर के निवेशकों की बात तो जाने दीजिए क्या आप एक बिहारी को भी बिहार में निवेश करने के लिए कन्विंस कर सकते हैं? सुनने में आ रहा है कि 1300 गाड़ियों का काफिला संग रहने वाला है….बिहार की मीडिया ही नहीं राष्ट्रीय स्तर की तमाम मीडिया भी इसका LIVE नहीं महाकवरेज करेगी…तो नीतीश सर, कल का सवेरा देखने के बाद हम लोग यही कहेंगे ना कि बिहार में बहार है क्योंकि शहाबुद्दीन जेल से बाहर है।
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