रिपोर्टर का काम है बिना किसी पक्षपात या भेदभाव के रिपोर्ट पेश करना और रिपोर्ट पेश करते समय उसे ऐसा दिखना भी चाहिए. लेकिन ख़बरों में आजकल रियल्टी का तड़का कुछ ऐसे लगने लगा है कि अच्छे खासे रिपोर्टर भी उससे अपने आप को बचा नहीं पाते.
ज़ी न्यूज़ पर कुछ दिन पहले एक रिपोर्ट के दौरान ऐसा ही नज़र देखने को मिला जब एक रिपोर्टर ने माथे पर पंडितों की तरह तिलक लगा कर अपनी रिपोर्टिंग को अंजाम दिया. मानो वाह ज़ी न्यूज़ रिपोर्टर न होकर मंदिर या धर्म का नुमाइंदा हो.
क्या इस तरह से तिलक लगाकर बाबा रामदेव का इंटरव्यू लेना सही है? पत्रकारिता की कौन सी किताब इसकी इजाजत देती है? वैसे ये काम किसी और रिपोर्टर न किया होता तो शायद उतना अफसोस नहीं होता. लेकिन ज़ी न्यूज़ के होनहार और बेहद प्रतिभाशाली पत्रकार राहुल सिन्हा ने ऐसा किया है जिन्होंने अपनी बेजोड़ रिपोर्टिंग से दर्शकों पर अपनी अलग तरह की छाप छोड़ी है. देखें ज़ी न्यूज़ के इस तिलकधारी रिपोर्टर को और दें पक्ष या विपक्ष में अपनी प्रतिक्रिया.