भोपाल,3 मई। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बृजकिशोर कुठियाला का कहना है कि समाज के पारस्परिक रिश्तों में जो संयम है वही संयम मीडिया को भी अपने संवाद में रखना होगा। इससे मीडिया के प्रति समाज में आदर बढ़ेगा और कोई भी ताकत मीडिया की आजादी को बाधित नहीं कर पाएगी। वे यहां विश्वविद्यालय परिसर में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान और लोकतंत्र ने मीडिया को स्वतंत्रता दी है, इसलिए पत्रकारों को स्वतंत्रता और सुरक्षा मिलनी ही चाहिए। प्रो. कुठियाला का कहना था कि बावजूद इसके पत्रकारों को यह समझना होगा कि स्वतंत्रता और दायित्व साथ-साथ चलते हैं। कोई भी आजादी सिर्फ अपने लिए नहीं होती, वह सामूहिक दायित्वबोध से जुड़ी होती है। ऐसे समय में जब संवाद का भी व्यापारीकरण हो रहा है, मीडिया को सावधानी से अपनी भूमिका निभाने की जरूरत है ताकि समाज का भरोसा बना रहे। उनका कहना था कि प्रेस को खतरा दरअसल मीडिया मालिकों से नहीं है, उन शक्तियों से है जो जल्दी से ज्यादा पैसा बनाना चाहती हैं। ऐसे में मीडिया को उंचे आदर्शों पर काम करना होगा ताकि उस पर उंगलियां न उठ सकें, क्योंकि एक पत्रकार सिर्फ खबरों को बताने वाला नहीं है बल्कि वह एक बौद्धिक योद्धा और सैनिक भी है।
कार्यक्रम में निदेशक (संबद्ध संस्थाएं) दीपक शर्मा, पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष पुष्पेंद्रपाल सिंह, अजीत कुमार के अलावा छात्र-छात्राओं की ओर से आकृति शर्मा, चिरंजीवी थापा, अर्पित शर्मा, अनुराग उपाध्याय, आशुतोष ने भी अपने विचार रखे। संचालन जनसंचार विभाग के अध्यक्ष संजय द्विवेदी ने किया।कार्यक्रम अंत में अपने काम को अंजाम देते हुए शहीद हुए पत्रकारो को दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।