यह दरअसल उत्तरी फ्रांस में एक ‘मुस्लिम बस्ती’ है जिसे फ्रांस के अधिकारियों ने खाली करा लिया लेकिन पश्चिमी मीडिया आपको कभी ये नहीं बताएगा कि ये लोग मुसलमान थे जिनकी संख्या करीब 10 हजार थी.
हद से हद अप्रवासी या शरणार्थी इत्यादि लिखा जाएगा. उनके देश का नाम लिख दिया जाएगा. लेकिन दुनिया के किसी दूसरे हिस्से में ऐसी घटना हो तो पश्चिमी मीडिया वहां पर हर फॉल्ट लाईन खोजेगा.
दरअसल उदारवाद के नाम पर पश्चिमी मीडिया महीन ईसाई खेल खेलता है, जहां उनके अपने घर के अलावा पूरी दुनिया में कचड़ा पसरा है. यह प्रवृत्ति बीबीसी से लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स तक में महीन रूप से है.
(आजतक के पत्रकार सुशांत झा के वॉल से )