व्यापारियों के शीर्ष संगठन कंफेडेरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा आज नई दिल्ली में शुरू हुई दो दिवसीय लैस कैश इंडिया सम्मिट में शामिल हुए देश भर के व्यापारी नेताओं ने एक स्वर से रिटेल व्यापार के वर्तमान ढांचे में डिजिटल भुगतान को तेजी से अपनाने की जोरदार वकालत करते हुए देश भर में एक बृहद राष्ट्रीय अभियान चलाने की घोषणा की ! कैट ने कहा की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के आव्हान की दिशा में व्यापारियों का यह कदम अर्थव्यवस्था में अमूल चूल परिवर्तन करेगा और प्रस्तावित जीएसटी को स्वीकार करने की दिशा में एक निर्णायक फैसला है क्योंकि डिजिटल भुगतान जीएसटी कर प्रणाली के मुख्य आधारों में एक है ! देश के 26 राज्यों के 300 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेता सम्मिट में भाग ले रहे हैं ! सम्मिट में कल एक दिल्ली घोषणा जारी की जाएगी ! सम्मिट में आज कैट ने डिजिटल भुगतान पर एक 10 सूत्रीय चार्टर एवं डिजिटल भुगतान पर एक श्वेत पत्र भी जारी किया !
सम्मिट को संबोधित करते हुए डी.आई.पी.पी. सचिव श्री रमेश अभिषेक ने कहा की व्यापारियों द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाये जाने से ही सही मायनों में देश में नकद रहित अर्थव्यवस्था को बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा ! सरकार यह सुनिश्चित करेगी की डिजिटल भुगतान के बेहद आसान विकल्प उपलब्ध हों जिन्हें सुविधा से अपनाया जा सके ! उन्होंने यह भी कहा की देश में पर्याप्त मात्रा में कार्ड स्वाइप मशीन सहित मोबाइल वॉलेट, क़्यू आर कोड आदि सभी विकल्पों को उपलब्ध करने हेतु सरकार ने कमर कसी हुई है ! इस मुद्दे पर सारे देश में एक सकारात्मक अभियान तेजी के साथ चलाया जाना समय की मांग है और कैट ने इस अभियान की पहल की है, यह एक शुभ संकेत है !
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की भारत मूलतः एक नकद आधारित अर्थव्यवस्था है जहाँ जीडीपी में नकद करेंसी का चलन 11 फीसदी है जो गत 16 वर्षों में सबसे अधिक है और ब्रिक्स देशों में भारत में सबसे ज्यादा है जबकि चीन और रूस में यह 9 प्रतिशत है जबकि ब्राज़ील में केवल 3 फीसदी ही है ! कैट ने कार्ड भुगतान तकनीक में विश्व की अग्रणी कंपनी मास्टरकार्ड के साथ किये एक अध्यन में पाया की भारत में केवल 10 प्रतिशत जनसँख्या ही नकदरहित भुगतान करती है जबकि स्वीडन में 97 प्रतिशत, बेल्जियम में 93 प्रतिशत, फ्रांस में 92 प्रतिशत, कनाडा में 90 प्रतिशत और इंग्लैंड में 89 प्रतिशत है !
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भरतिया ने कहा की कार्ड स्वाइप मशीन की प्रति व्यक्ति औसत भारत में 10 लाख लोगों पर 690 है जबकि चीन में यह आंकड़ा 4000 , ब्राज़ील में 33000 है ! भारत में 690 मशीन का 70 प्रतिशत केवल 15 शहरों में है ! इस दृष्टि से देश में 75 प्रतिशत नकदरहित भुगतान केवल इन 15 शहरों में होता है ! इसी कारण से देश भर में नकद रहित भुगतान को बढ़ावा देने और खास तौर पर व्यापारियों द्वारा इसे अपनाने को लेकर कैट ने मास्टरकार्ड और एचडीएफसी बैंक के साथ मिलकर एक बड़ा अभियान शुरू किया है ! इस अभियान में अन्य नकदरहित भुगतान प्रदान करने वाली अन्य अनेक कंपनियों एवं संस्थानों को भी जोड़ा जायेगा !
कैट ने गत दो वर्षों में कार्ड भुगतान तकनीक में विश्व की सबसे बड़ी कंपनी मास्टरकार्ड और एचडीएफसी बैंक के साथ मिलकर इलेक्ट्रॉनिक भुगतान को प्रेरित करने के लिए एक बड़ा व्यापक अभियान चलाया है जिसके अन्तर्गत देश के विभिन्न राज्यों में 68 कांफ्रेंस और 150 से अधिक वर्कशॉप,सेमिनार आयोजित कर लगभग 20 लाख लोगों को डिजिटल भुगतान के बारे में जागरूक किया है!
कैट ने पिछले दिनों एक लैस कैश रोडमैप जारी किया था जो रिज़र्व बैंक के विज़न 2018 के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण प्रामाणिक दस्तावेज है ! कल सम्मिट में डिजिटल भुगतान, जीएसटी और डिजिटल भुगतान से जीएसटी का सम्बन्ध आदि पर और अधिक व्यापक चर्चा होगी ! केंद्रीय मंत्री श्री पियूष गोयल भी कल सम्मिट में शामिल होंगे !