आवेश तिवारी
सुनंदा की मौत पर सबसे ज्यादा टेसुयें बहाने वालों में वो एलिट मीडिया है जो अब तक बलात्कार को बेचता आया है | यही एलिट मिडीया और इसके प्रतिनिधि टीवी चैनलों से फेसबुक तक ऐसा प्रचार कर रहे है जैसे शशि थरूर और सुनंदा पुष्कर इस दुनिया के वो आखिरी जोड़े थे जिन्होंने प्रेम किया और सुनंदा की मौत के बाद अब प्यार पर भरोसा करने लायक नहीं रहा है , अब ये लोग प्रेम करना भी सिखायेंगे |
ये बताएँगे कि प्रेम स्त्री अधिकारों से जुड़ा मामला है और इसमें कानून बनाकर जैसे तैसे कमिटमेंट को बनाये रखने की जुगत लगाईं जानी चाहिए |यह भूल जाते है कि हम हिन्दुस्तानी बड़ी वफ़ा से निभाई तुमने हमारी थोड़ी से बेवफाई वाले देश से आते हैं और यहाँ प्रेम नितांत व्यक्तिगत मामला है |
(स्रोत-एफबी)