वेद उनियाल
स्टार प्लस ने उत्तराखंड को लेकर सात घंटे का प्रोग्राम किया। उसमें कुछ चीजें बहुत अच्छी थी, दिल से जुड़ी हुई। कुछ चीजों में नाटकियता थी। कुछ शुद्ध व्यवसाय ।
1- लता मंगेशकर ने जो कहा वो दिल से कहा, अपनी भावनाओं के साथ कहा।
2- इस कार्यक्रम में एक रेल चली. पूरा प्रचार हो गया इस रेल का। खूब प्रचार हो गया इस फिल्म का। जिन लोगों के पास अरबों की दौलत हो। उन्होने मिलकर पैंतीस लाख दिए। यानी आम आदमी की भाषा में कहें तो पैंतीस रुपए। उत्तराखंड के बहाने जमकर फिल्म का प्रचार
3- महान विभूति ने कहा कि उनके कपड़े पहन कर देखों फिर कुछ पैसे दो यह उत्तराखंड को देंगे। उत्तराखंड के लोगों ने इन महान विभूति को न जाने कितने करोड़ रुपए अब तक इनकी फिल्म देख कर दिए होंगे, पर ये कपड़े नीलामी के बाद दान करेंगे। वाह सर जी
4 – कुछ बहुत अच्छे गीत थे। पर कहीं चुरकुटपना भी था। लगा कि इन विदूषकों को क्यों बुलाया इस संवेदनशील आयोजन में
5- हालांकि स्टार टीवी के इस आयोजन पर साधूवाद और धन्यवाद देना चाहिए। बड़े उद्देश्य से इतने लोगों को इक्ठठा किया
6- अच्छा लगा कि शहीदों के परिजनों को सम्मान किया। अच्छा लगा कि उत्तराखंड में नायक बन चुके पायलय कैप्टन भूपेंद्र को सम्मानित किया।
7- केबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का मंच में आना और कुछ बोलना अच्छा लगा। वही थे जो कम से कम नजर तो आ रहे थे। पर मंच पर ऐसा नेता भी नजर आया जो पिछली उत्तरकाशी आपदा में लंदन घूमने चला गया था। इस नेता का वहां खड़ा होना त्रासदियों के प्रति संवेदनाओं का मजाक लगा। इसने लदन से वापस आने पर क्षमा भी नहीं मांगी। आज यह वहां खड़ा था, तो हम ही ये बात कहेंगे। और कौन कहेगा।
8- महेश भट्ट हर जगह मुस्लिम हिंदू की बात घुसा कर अपने आप को बहुत प्रगतिशील दिखाने की कोशिश करते हैं। फिल्मों में घुसाओं ये बात। जहां 15000 लोग मरे हों वहां क्या हिंदू और क्या मुस्लिम । और मुस्लिमों के जज्बात पूछने और जानने होंगे तो निदा फाजली, आर रहमान जैसे कबीर से पूछेंगे आप जैसे दुनियादार से नहीं । प्लीज नौटंकी बंद करें।
9- अच्छा लगा कि कलाकार किसी न किसी तरह कम से कम इक्ट्ठा तो हुए। कलाकारों की फिलिंगऔर उनकी बातों की महत्व होता है।
10 स्टार टीवी को धन्यवाद। उन्होंने उत्तराखंड को याद किया
(वेद उनियाल के फेसबुक वॉल से साभार )