हैदराबाद. उच्च शिक्षा और शोध संस्थान, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के तत्वावधान में आगामी 9 और 10 मार्च [शनिवार और रविवार] को सभा के खैरताबाद स्थित परिसर में प्रातः 9-30 बजे से ‘’भवानी प्रसाद मिश्र एवं विष्णु प्रभाकर शताब्दी समारोह’’ आयोजित किया जा रहा है. समारोह के अंतर्गत ‘’द्विदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी’’ के अतिरिक्त दोनों साहित्यकारों के संबंध में पोस्टर-प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.
राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन के अवसर पर प्रसिद्ध साहित्यकार प्रो. गंगाप्रसाद विमल अध्यक्षता करेंगे. कला, साहित्य और संस्कृति मर्मज्ञ पद्मश्री जगदीश मित्तल मुख्य अतिथि तथा प्रो. राम शरण जोशी [वर्धा], डॉ.प्रदीप कुमार शर्मा [चेन्नई] और श्रीमती एम. सीतालक्ष्मी [विशाखापट्टनम] विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करेंगे. प्रमुख भाषाचिंतक व समीक्षक प्रो. दिलीप सिंह बीज व्याख्यान देंगे.
दो दिन के इस समारोह के विभिन्न सत्रों में शताब्दी-साहित्यकार भवानी प्रसाद मिश्र और विष्णु प्रभाकर के जीवन और प्रदेय के विविध आयामों का विवेचन और मूल्यांकन करते हुए आलेख प्रस्तुत किए जाएँगे. इन विचार-सत्रों को संबोधित करने वालों में प्रो. राम जन्म शर्मा, प्रो. हीरा लाल बाछोतिया, प्रो. एन. सुन्दरम, प्रो.अमर ज्योति, प्रो. पी. राधिका, डॉ.प्रदीप कुमार सिंह, डॉ. नजीम बेगम, डॉ. पेरिसेट्टी श्रीनिवास राव, डॉ. मंजुनाथ अम्बिग और डॉ. सविता धुडकेवार आदि बाहर से पधारे विद्वानों के अतिरिक्त डॉ. राधेश्याम शुक्ल, प्रो. टी. मोहन सिंह, प्रो. एम. वेंकटेश्वर, प्रो.शुभदा वांजपे , प्रो. टी. वी. कट्टीमनी, शशि नारायण स्वाधीन, डॉ. साहिरा बानू बोरगल, डॉ. गोरख नाथ तिवारी, डॉ. बलविंदर कौर, डॉ. जी. नीरजा, डॉ. मृत्युंजय सिंह् आदि स्थानीय विद्वान सम्मिलित हैं.
समापन समारोह 10 मार्च [रविवार] को सायं साढ़े 3 बजे होगा जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय हिंदी निदेशालय के निदेशक एवं वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग के अध्यक्ष प्रो. केसरी लाल वर्मा करेंगे तथा सुप्रसिद्ध वरिष्ठ भाषावैज्ञानिक प्रो.वी. रा. जगन्नाथन मुख्य अतिथि का आसन ग्रहण करेंगे.
कार्यक्रम के निर्देशक प्रो. दिलीप सिंह और संयोजक सी. एस होसगौडर व डॉ. ऋषभदेव शर्मा ने सभी साहित्य प्रेमियों और हिंदी सेवियों से इस द्विदिवसीय समारोह में पधारने का अनुरोध किया है.