राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (Khel Ratna Award) भारत में खेलों के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। लेकिन शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने इसका नाम बदलने की घोषणा की और इसका नाम हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (Major Dhyan Chand Khel Ratna Award) रख दिया गया। इसके बाद राजनीति के गलियारों से लेकर मीडिया (media news in hindi) की चौपाल में यही चर्चा-परिचर्चा का विषय बना हुआ। इसी संदर्भ में एबीपी न्यूज (abp news) ने कॉंग्रेस के नेता संजय निरुपम (sanjay nirupam) से प्रतिक्रिया ली।
संजय निरुपम ने प्रतिक्रिया देने के बाद यह आरोप लगाया कि एबीपी न्यूज ने उन्हे गलत जानकारी देकर फोनो लिया। स्वाभाविक है कि वे एबीपी पर दिए गए अपने ही बयान से इत्तेफाक नहीं रखते। अब इसमें एबीपी की गलती है या संजय निरुपम की, यह कहना तो मुश्किल है। वैसे नेताओं की जुबान फिसलती है तो उसका ठीकरा वे मीडिया पर ही फोड़ने की कोशिश करते हैं। वैसे इतनी बड़ी खबर से संजय निरुपम अनजान कैसे रह गए! गौरतलब है कि नेता से पहले वे पत्रकार भी रह चुके हैं। फिलहाल पढिए ट्विटर पर दिया उनका बयान –
अभी
@ABPNews
ने ग़लत जानकारी देकर मुझसे फोनो लिया।
मुझे बताया गया कि मेजर ध्यान चंद को राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार दिया गया है।
मैने कहा सराहनीय कदम है।
बाद में पता चला कि राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल कर ध्यान चंद जी के नाम किया गया है।
यह ओछी हरकत है।
मेरा विरोध।
अभी @ABPNews ने ग़लत जानकारी देकर मुझसे फोनो लिया।
मुझे बताया गया कि मेजर ध्यान चंद को राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार दिया गया है।
मैने कहा सराहनीय कदम है।
बाद में पता चला कि राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल कर ध्यान चंद जी के नाम किया गया है।
यह ओछी हरकत है।
मेरा विरोध।— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) August 6, 2021
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