चुनाव में रैलियों का बड़ा महत्त्व है. इसलिए चुनाव आते ही रैलियों का दौड़ शुरू हो जाता है. पार्टी से लेकर नेता तक बड़ी – बड़ी रैलियां कर जनता जनार्दन को लुभाने की कोशिश में लग जाते हैं. इन रैलियों के जरिए ही चुनावी एजेंडे तय और घोषित होते हैं. मीडिया भी रैलियों की संजीदगी को देखते हुए उसकी रिपोर्टिंग करता है. अपने पत्रकारों को वहां भेजता है. समाचार चैनल के रिपोर्टर भी कवरेज करने के लिए रैलियों में पहुँचते हैं. नेताजी का भाषण कैमरे में रिकॉर्ड करते हैं, कैमरे के सामने पीटूसी और लाइव करते हैं और फारिग हो लेते हैं. लेकिन रवीश कुमार जैसे कुछ मंजे पत्रकारों का रैलियों को कवर करने का अंदाज़ ही कुछ और है. वे उसमें न जाने कितनी दबी-छुपी ख़बरों को निकाल लेते हैं. जनता जनार्दन की राय लेने के साथ-साथ नेताजी को लेकर उनके मन की थाह भी ले लेते हैं और मजे की बात है ये सब वे इतने बढ़िया तरीके से करते हैं कि जनता भड़कती भी नहीं. हरियाणा में अभी चुनाव के मद्देनज़र लगातार रैलियों का आयोजन हो रहा था. ऐसी ही एक रैली में एनडीटीवी के रवीश कुमार पहुँचे तो उन्होंने अलग अंदाज़ में फरीदाबाद की इस रैली को कवर किया. रैली शुरू होने से पहले ही रैली और रैली में आए लोगों की अलग ही दुनिया को दिखाया. आप भी देखिए यह वीडियो कि रैली की फ़ौज में रवीश कुमार कैसे कर रहे हैं मौज .
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टेलीविजन पत्रकार अभिषेक उपाध्याय रचनात्मक है और यही वजह है कि रिपोर्टिंग के साथ-साथ वे लिखते-पढ़ते भी रहते हैं।
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