रविंद्र रंजन
एक-दो दिन पहले एनडीटीवी पर मंगलयान अभियान को कामयाब बनाने वाली टीम से रवीश कुमार की बातचीत देख-सुन रहा था. अच्छा कार्यक्रम था. आज की तारीख में सिर्फ रवीश ही हैं जो गेस्ट और दर्शक दोनों से इंटरैक्ट करते हैं, वो भी बिल्कुल सामान्य लहजे में, जैसे हम लोग आपस में बातचीत करतें हैं, होना भी ऎसा ही चाहिए. उनके बाद कुछ हद तक वाजपेयी जी भी ठीक हैं, लेकिन उनकी अपनी सीमाएं हैं. बाकी एंकर तो ऎसे हैं कि आए फटाफट दर्शकों के सिर पर अनगिनत हथौड़े बरसाए और चलते बने।
(स्रोत-एफबी)