राज्यसभा टीवी देश का नमक खाता है या कांग्रेस का ?

rajaysabha tvराज्यसभा टीवी पर आजकल जिस तरह से कांग्रेस के प्रेस कांफ्रेंस का सीधा प्रसारण होने लगा है उसमें ये सवाल पूछा जाना जरूरी हो गया है कि राज्यसभा टीवी देश का नमक खाता है या फिर कांग्रेस का ?

कल जब तमाम समाचार चैनल एसआरसीसी से नरेंद्र मोदी के भाषण को से दिखा रहे थे ठीक उसी वक्त राज्यसभा टीवी कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस दिखा रहा है. यानी सरकारी चमचई के आगे खबर की प्राथमिकता गौण.

उस वक्त की सबसे बड़ी खबर नरेंद्र मोदी की प्रेस कांफ्रेंस ही थी क्योंकि दिल्ली में किसी बड़े मंच से पहली बार मोदी बोल रहे थे. यही वजह थी कि सारे चैनल उसे दिखा रहे थे.

ख़ैर एक सेकेण्ड के लिए मान लेते हैं कि खबर महत्वपूर्ण नहीं थी या मोदी को दिखाना जरूरी नहीं था. लेकिन उसके एवज में कांग्रेस की बेफजूल की प्रेस कांफ्रेंस को दिखाने का क्या मकसद?

ये सरासर सरकारी चमचई का मामला जान पड़ता है. पहले भी राज्यसभा टीवी पर ऐसा कई बार हो चुका है. पिछले साल 16 नवंबर 2012 को तब हद हो गयी थी जब मीडिया मंथन (रेकॉर्डेड) को बीच में रोककर कांग्रेस की गैरजरूरी प्रेस कांफ्रेंस को दिखाया जाने लगा.

ठीक उसी समय दूसरे चैनलों पर या तो विज्ञापन आ रहा था या फिर दूसरी खबर . ऐसे में ये सवाल लाजमी हो गया है कि राजयसभा टीवी देश का नमक खाता है या कांग्रेस का? यदि देश का खाता है तो कांग्रेस के साथ नमकहलाली क्यों?

8 COMMENTS

  1. YES. I AGREE WITH RAVI. INFACT THIS IS THE ONLY CHANNEL ,WHICH DOESN’T BOR YOU. AMONG ALL THE CHANNELS ,POPULARITY OF RAJY SABHA TV IS VERY HIGH .KABHI YE CHANNEL SARKARI NAHEE LAGTA.

  2. I, personally feel before making such allegations one must know as to how the organisation functions i have been a regular viewer of RSTV and m a serious news watcher who keeps surfing only and only news channel and the taste bud that i developed for RSTV is just because that i have gone into the genesis of it . RSTV is a parliamentary channel which has the representation of all the political parties on board . There is a regular breifing time of Congress and BJP when they were showing congress press conference and it is a regular feature i have seen bjp press conference covered without any biases i have seen bsp leader on rstv screen . First of all i need to ask Modi is just a chief minister unlike other CM’s of India whose speeches and press conferences are hardly covered , why would modi get a special status in broadcasting is the major question. I don feel that RSTV is mouth piece of Congress at any point of time becuase it has the representation of all parties.

    On the contrary there are instances in Chattisgarh and MP which is a bjp ruled state where in respective government funded private channels to be their mouth piece is on record. Leekhnewaley leekhne ke pahley jara itihass to padh leta . Kya yeh nahi kaha ja sakta kee jo channel modi ko deekha rahe they wo modi ke haath mein kheltey hai aur unko modi se labh ho raha hoga.

  3. र।ज्य सभा टीवी के क।र्यक्रम सर्वदलीय कमेटी के सुझावों के अनुसार प्रसारित होते हैं। कमेटी के दिशानिर्देश के मुताबिक़ पाँच राष्ट्रीय राजनैतिक दलों की अधिकारिक प्रेस कांफ्रेस का सीधा प्रसारण राज्य सभा टीवी पर किया जाता है। यह प्रसारण केवल संसदीय कार्यवाही के दौरान ही बाधित किया जा सकता है। सर्वदलीय कमेटी ने यह निर्देश इस लिये दिया था, क्योंकि सभी राजनैतिक दलों का यह अनुभव है कि निजी टीवी चैनल अपने अनुसार उनकी प्रेस कांफ्रेस को काट छाँट कर दिखाते हैं, कभी कभी संदर्भ से बाहर उसकी व्याख्या भी करते हैंा देश की जनता का यह अधिकार है कि राजनैतिक दलों के विचार उन तक मूल रूप में पहुँचे। इसी लिये राज्य सभा टीवी पर कांग्रेस , भाजपा, सीपीएम, सपा अौर बसपा की प्रेस कांफ्रेस का सीधा प्रसारण मूल रूप में देख सकते हैंा संसदीय चैनल के बतौर राज्य सभा टीवी किसी भी राजनैतिक दल के प्रति अनुराग-द्वेष के बग़ैर अपनी ज़िम्मेदारी का पूरी तरह पालन करता है ।

  4. र।ज्य सभा टीवी के क।र्यक्रम सर्वदलीय कमेटी के सुझावों के अनुसार प्रसारित होते हैं। कमेटी के दिशानिर्देश के मुताबिक़ पाँच राष्ट्रीय राजनैतिक दलों की अधिकारिक प्रेस कांफ्रेस का सीधा प्रसारण राज्य सभा टीवी पर किया जाता है। यह प्रसारण केवल संसदीय कार्यवाही के दौरान ही बाधित किया जा सकता है। सर्वदलीय कमेटी ने यह निर्देश इस लिये दिया था, क्योंकि सभी राजनैतिक दलों का यह अनुभव है कि निजी टीवी चैनल अपने अनुसार उनकी प्रेस कांफ्रेस को काट छाँट कर दिखाते हैं, कभी कभी संदर्भ से बाहर उसकी व्याख्या भी करते हैंा देश की जनता का यह अधिकार है कि राजनैतिक दलों के विचार उन तक मूल रूप में पहुँचे। इसी लिये राज्य सभा टीवी पर कांग्रेस , भाजपा, सीपीएम, सपा अौर बसपा की प्रेस कांफ्रेस का सीधा प्रसारण मूल रूप में देख सकते हैंा संसदीय चैनल के बतौर राज्य सभा टीवी किसी भी राजनैतिक दल के प्रति अनुराग-द्वेष के बग़ैर अपनी ज़िम्मेदारी का पूरी तरह पालन करता है ।

  5. राज्य सभा टीवी के कार्यक्रम सर्वदलीय कमेटी के सुझावों के अनुसार प्रसारित होते हैं। कमेटी के दिशानिर्देश के मुताबिक़ पाँच राष्ट्रीय राजनैतिक दलों की अधिकारिक प्रेस कांफ्रेस का सीधा प्रसारण राज्य सभा टीवी पर किया जाता है। यह प्रसारण केवल संसदीय कार्यवाही के दौरान ही बाधित किया जा सकता है। सर्वदलीय कमेटी ने यह निर्देश इस लिये दिया था, क्योंकि सभी राजनैतिक दलों का यह अनुभव है कि निजी टीवी चैनल अपने अनुसार उनकी प्रेस कांफ्रेस को काट छाँट कर दिखाते हैं, कभी-कभी संदर्भ से बाहर उसकी व्याख्या भी करते हैं। देश की जनता का यह अधिकार है कि राजनैतिक दलों के विचार उन तक मूल रूप में पहुँचे। इसी लिये राज्य सभा टीवी पर कांग्रेस, भाजपा, सीपीएम, सपा और बसपा की प्रेस कांफ्रेस का सीधा प्रसारण मूल रूप में देख सकते हैं। संसदीय चैनल के बतौर राज्य सभा टीवी किसी भी राजनैतिक दल के प्रति अनुराग-द्वेष के बग़ैर अपनी ज़िम्मेदारी का पूरी तरह पालन करता है ।

  6. राज्य सभा टीवी के कार्यक्रम सर्वदलीय कमेटी के सुझावों के अनुसार प्रसारित होते हैं। कमेटी के दिशानिर्देश के मुताबिक़ पाँच राष्ट्रीय राजनैतिक दलों की अधिकारिक प्रेस कांफ्रेस का सीधा प्रसारण राज्य सभा टीवी पर किया जाता है। यह प्रसारण केवल संसदीय कार्यवाही के दौरान ही बाधित किया जा सकता है। सर्वदलीय कमेटी ने यह निर्देश इस लिये दिया था, क्योंकि सभी राजनैतिक दलों का यह अनुभव है कि निजी टीवी चैनल अपने अनुसार उनकी प्रेस कांफ्रेस को काट छाँट कर दिखाते हैं, कभी कभी संदर्भ से बाहर उसकी व्याख्या भी करते हैं। देश की जनता का यह अधिकार है कि राजनैतिक दलों के विचार उन तक मूल रूप में पहुँचे। इसी लिये राज्य सभा टीवी पर कांग्रेस , भाजपा, सीपीएम, सपा और बसपा की प्रेस कांफ्रेस का सीधा प्रसारण मूल रूप में देख सकते हैं। संसदीय चैनल के बतौर राज्य सभा टीवी किसी भी राजनैतिक दल के प्रति अनुराग-द्वेष के बग़ैर अपनी ज़िम्मेदारी का पूरी तरह पालन करता है ।

  7. यह अत्यंत तकलीफदेह है कि जब प्राइवेट चैनल मंदी की मार के शिकार होकर निर्मल बाबा ,आशाराम बापू से लेकर तमाम मुख्यमंत्रियों की सरकारों के पब्लिसिटी विभागो से बाकायदा बिल देकर मुख्यमंत्रियों की रैली का कवरेज करते हैं और पैसा लेते हैं ,चुनाव के समय पेड न्यूज का धंधा करते हैं वैसे में राज्यसभा टी वी ,जो संसद का चैनल है और निष्पक्ष प्रसारण करता है ,उसे आरोपों में लिया जा रहा है ।क्या भारत में कोई एक ऐसा दर्शक है जो इस चैनल की आलोचना का हक भी रखता है ? लिखने वाले ज़रा देख ले ,इस चैनल पर नियम से सारे दलों की प्रेस कांफ्रेंस दिखाई जाती है ।अगर लिखने वाला मोदी से पैसा खाकर लिखे तो ये भी पेड न्यूज नहीं है क्या ? शर्म करो …ज़रा इस चैनल को दो -चार घंटे बैठ कर देख तो लो फिर आलोचना करो

  8. Private channels are the mafia playing in the hands of capitalist who twist news as per their whims and fancies for their own benefits . zee episode in the coal block is a major blot or stigma on the media and journalist which attracted shame on their face. at lease such channels like rajya sabha & loksabha has not been sold to industrialist and their soul is with the sacred parliament of the country . Private channels are the farce in the system Live India channel did the fraud sting operation of a school teacher which later was proved to be fake and spurious. Shame Shame Shame atleast respect goes with channels like Rajya Sabha TV/ Loksabha & DD.

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