पुण्य प्रसून ने कल आज तक को क्या ज्वाइन किया कि खुशी के मारे या आपातकाल के भय से आज तक का टिकर डिपार्टमेंट ही पूरा – का – पूरा गड़बड़ा गया और अल – बल लिखने लग गया.
आज तक की नयी तकनीक वाली साज – सज्जा धरी – की – धरी रह गयी और अपने एंकर सुमित अवस्थी को अखिलेश प्रताप सिंह बना दिया तो संजय झा को मीनाखी लेख.
इस संदर्भ में विस्फोट के संपादक संजय तिवारी अपने एफबी वॉल पर लिखते हैं :
‘राहुल गांधी नंबर दो कांग्रेस में हुए लेकिन इस खबर से आज तक के आंगन में न जाने कौन सी खुशी आई कि सारा सिस्टम ही गड़बड़ा गया।
अपने रिपोर्टर सुमित अवस्थी को कांग्रेस का नेता अखिलेश प्रताप सिंह बना दिया तो मीनाक्षी लेखी को नीरजा चौधरी।
बेचारे कांग्रेस डॉट काम वाले संजय झा को मीनाक्षी लेखी बताकर उनका तो उभरता हुआ राजनीतिक कैरियर ही चौपट कर दिया। (स्टूडियो बस बेबस होकर देखता रह गया।)’
(संजय तिवारी के फेसबुक वॉल से )
….कटनी (म.प्र.) जिले की अस्पताल जिन्दो को भी मार डालती है ……….
कल दिनांक १९ जनवरी २०१३ को एक रेल यात्री रत्नागिरी एक्सप्रेस से गिर गया और काफी देर तक तड़पता रहा, जब जी.आर.पि. के जवान आये तो उसे उठाकर जिला अस्पताल ले गए उस समय ड्यूटी पर डॉ.मिश्रा उपस्थित थे, लेकिन इस डॉ ने अपने मस्ती में मस्त रहा और मरीज तड़पता रहा उसका इलाज तक करना मुनासिब नहीं समझा, इस डॉ ने जिला सिविल सर्जन डॉ. के.के. जैन को फ़ोन पर सूचना दी उसके एक-आधे घंटे बाद डॉ.के.के.जैन आये बगैर मरीज को देखे जबलपुर के लिए रेफेर कर दिया ये डॉ.जिस अम्बुल्लेंस में मरीज को भेजे उस वाहन में ऑक्सीजन सिलेंडर खाली था उस मरीज को खाली सिलेंडर लगा दिया मरीज ऑक्सीजन के आभाव में रस्ते में ही दम तोड़ दिया उसके बाद डॉ.द्वारा बयान बाजी का ड्रामा चालू है जबकि हकिककत यह है ” कटनी में जबसे सिविल सर्जन के रूप में डॉ.के.के.जैन आया है तभी से मरीजो के साथ अमानवीय कृत्य इस डॉ. द्वारा किया जा रहा है और कटनी का प्रशासन इस डॉ. को भर पुर बचाने में मदद करता दिख रहा है “अब कटनी की जनता में इस डॉ.के खिलाफ काफी रोष व्याप्त है किन्तु प्रदे३श में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है इस सरकार में इस डॉ. की काफी अच्छी पकड़ होने के नाते इसका कोई बाल बांका नहीं कर पा रहा है इसका खामियाजा कटनी नगर की जनता को भुगतना पड़ रहा है इस वाकया को हम “फेस बुक “पर इस लिए डाल रहा हूँ की यदि भारतीय जनता पार्टी के किसी भी नेता में यदि थोड़ी भी सम्बेदना बची हो तो ऐसे डॉ. के ऊपर फ़ौरन कठोर-से कठोर कारवाही होनी चाहिए और जिले की जनता को ऐसे डॉ. से मुक्ति मिल सके /