बड़ी खबर : दीपक चौरसिया अपने इंटरव्यू में कह चुके थे, दुनिया मान चुकी थी कि पुण्य प्रसून इंडिया न्यूज़ का हिस्सा बनने जा रहे हैं.
खबर गलत भी नहीं थी. बातचीत चल ही रही थी और लगभग तय भी हो चुकी थी. बस नाम जुड़ने की औपचारिकता बाकी थी.
पुण्य प्रसून की साख के हिसाब से उनका इंडिया न्यूज़ जाना हर किसी को खटक रहा था.
लेकिन आज सब उलट – पुलट हो गया जब पुण्य प्रसून बाजपेयी अपने पुराने तेवर के साथ आजतक के स्क्रीन पर नज़र आये.
नयी खबर है कि पुण्य प्रसून बाजपेयी ने आजतक ज्वाइन कर लिया है.
यह सब बड़े ही गोपनीय तरीके से हुआ और आजतक के अंदर के लोगों को भी अंतिम क्षण में उनके ज्वाइनिंग के बारे में पता चला.
पुण्य प्रसून वाजपेयी जिन्हें आप ब्रांड कह रहे हैं उनके बारे एक बात और जान लें। पुण्य प्रसून वाजपेयी जी के पिता जी दूरदर्शन में काम करते थे और आजतक के बुलेटिन की प्रिव्यू का काम उन्हीं के पास था। प्रसून जी कुछ समय की पत्रकारिता के बाद उस वक़्त या तो बेकार थे या बेकार स्वरूप। एस पी सिंह ने पिता जी के कहने पर ही इन्हें रखा था. दोनों में से किसी ने इनसे कहा था या नहीं, पता नहीं। मगर शुरू में लंबे समय तक न्यूज एजेंसी से आनेवाले टिकर की मॉनिटरिंग ड्यूटी पर लगाए गए थे। तो क्रांति और बदलाव की लफ्फाज़ी बहुत है मगर जुगाड़ के सिद्धांत में पक्के हैं। पिता जी संघ परिवार से भी रिश्ता रखते हैं इसलिए परिवार वाले भी इन्हें घर का बिगड़ा बच्चा मानते हैं। यूं ही ज़ी न्यूज़ भी किसी को रखता नहीं है ये तो आपको भी पता ही होगा। और सहारा जाना और बाहर आना भी अनायास तो नहीं था।