हैदराबाद में हुए ब्लास्ट और उसके बाद चैनलों की कवरेज पर नदीम अख्तर की एक टिप्पणी :
हैदराबाद में ब्लास्ट के बाद से ही टीवी चैनलों की जाहिलाना हरकत देखकर दंग रह गया। देश का गृहमंत्री, देश की पुलिस, इंटेलिजेंस, यहां तक कि प्रधानमंत्री तक ने एक ही बात कही कि अभी ब्लास्ट करनेवालों का कुछ पता नहीं चल पाया है, लेकिन आज तक चैनल पर आज सुबह से ही लगभग 100 लोगों के नाम लिये जा रहे हैं।
सबसे खेदजनक ये है कि पुण्य प्रसून बाजपेयी जैसे पत्रकार न्यूज बुलेटिन में अपने सहयोगी पत्रकार से पूछ रहे हैं कि इस ब्लास्ट के क्या मायने हैं?
जवाब आता देखिये प्रसून आजमगढ़ के 11 आतंकियों के इस मामले में संलिप्त होने की बात आ रही है, इसके अलावा बेंगलुरू, अहमदाबाद, रांची, बिहार आदि के भी इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों के शामिल होने की बात आ रही है…
हैरत क्या है कि पुण्य प्रसून ये नहीं पूछते कि अरे मूरख ये बात कहां से आ रही है। क्या अपने घर से सुन कर आये हो। हद है भाई।
मतलब इस देश में पत्रकारिता के नाम पर आप भड़ैती भी कर सकते हैं.
(स्रोत – एफबी)
Dear Sir
Hyderabad bomb blast ke theek 10 minute baad sabhi channel ne is visfot me musalmano ka nam lena shuru kar diya,jab ke aaj tak govt.ya police ne abhi tak kisi ka naam nahi liya hai.yad rahe ke Mecca masjid me 15 musalmano ko arrest kya gaya magar is me kisi aur ka haat nikla.
Asal india me koi bhi blast hota hai bina saboot ke musalmano ko fansaya jaata hai.
Is ki wajah ye hai ke India me itne channel aa gaye aur illetrate journalist hai jinhe kuch malum nahi hai