पत्रकारों और संपादकों का राजनीति में आने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में नया नाम ‘प्रभात खबर’ के संपादक ‘हरिवंश’ का है. हालांकि उन्होंने कोई पार्टी नहीं ज्वाइन की है बल्कि राज्यसभा में जा रहे हैं. जनता दल (युनाइटेड) ने शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव के लिए बिहार से अपने तीन उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जिनमें से एक नाम ‘हरिवंश’ का भी है. पटना में आयोजित कर्पूरी ठाकुर जयंती समारोह में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने राज्यसभा के लिए रामनाथ ठाकुर, हरिवंश और कहकशां परवीन के नाम प्रत्याशी के रूप में घोषित किए. इन सीटों के लिए सात फरवरी को वोट डाले जाएंगे जबकि नामांकन भरने की अंतिम तिथि 28 जनवरी तय की गई है.
सोशल मीडिया पर इस मसले पर टिप्पणियाँ भी शुरू हो गयी है :
आलोक कुमार : प्रभु चावला कोई आत्मघाती कदम न उठा लें.. हरिवंश जी का भी पक्का हो गया राज्यसभा जाना..
सुशांत झा : प्रभात खबर वाले हरिवंशजी को ‘आदर्श’ पत्रकारिता का पुरस्कार मिला है-चंद्रशेखर के जमाने से नीतीश के मित्र हैं, बुद्धिजीवी हैं और जेडी-यू से विमुख हो चुके राजपूतों के सामने उन्हें गाहे-बगाहे ‘राजपूत’ भी बताया जा सकता है।
कुमुद सिंह : वाह वाह वाह। जर्नलिज्म हम सब लोग करते हैं। पहले का शौक अब अपना पेशा बन चुका है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो जर्नलिज्म सिर्फ और सिर्फ जर्नलिज्म के लिए करते हैं। Harivansh वैसी ही एक शख्सियत हैं। जिनसे हम सीखते-गुनते हैं। खुशी है कि बिहार में सत्तासीन जदयू ने उन्हें राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया है। चूकि नंबर उनके पास है, सो जीत पक्की मानिए। उनके अर्जुन बहुत हैं, लेकिन एकलव्य केवल मैं हूं। न कभी मिली हूं, न कभी देखी हूं, बस सुना है पढा है। इसमाद का कंटेंट चयन में उनके विचारों को हमेशा प्राथमिकता दी है। बिहार बीमार नहीं रहा है सबसे पहले उन्होंने ही कहा था।
Ashok Dubey हरिवँश की पत्रकारिता का मैं भी कायल रहा हूँ..प्रभात खबर झारखंड मे आदिवासियों की आवाज बन कर उभरा झारखँड राज्य आँदोलन मे प्रभात खबर की महत्वपूर्ण भूमिका रही..चारा घोटाले मामले का खुलासा भी प्रभात खबर ने सबसे पहले किया था और इन सबका श्रेय हरिवँश जी को है.
Anant Vijay : अग्रज और मित्रवत हरिवंश जी राज्यसभा जा रहे हैं । जेडीयू ने उनको नामांकित किया है । बधाई
शिवानन्द द्विवेदी सहर प्रभात खबर वाले न ? बहुत दिनो से प्रभात खबर पढ़कर लग रहा था कि कुछ प्रयास किया जा रहा है .
Vikas Mishra अच्छा चयन है, सुपात्र हैं और बरसों से उतनी ही ऊर्जा के साथ सक्रिय भी।
Abhiranjan Kumar मेरी तरफ से भी बधाइयां, लेकिन बिहार के लोग पूछ रहे हैं कि कहीं इसी के लिए तो बिहार जागे, देश आगे की तुरही नहीं बजाई जा रही थी?