रंगनाथन ने बताया कि गूगल फाइबर सेवा, अमेरिका में आम नागरिकों को भी 1जीबीपीएस स्पीड का इंटरनेट कनेक्शन दिया जाता है। ऐसे में भारतीय प्रधानमंत्री के पास 34एमबीपीएस की स्पीड का कनेकशन होने में कोई गलत बात नहीं है. बल्कि देश का प्रधानमंत्री होने के नाते उनके पास बेहतर स्पीड होना आवश्यक भी है.
वैसे पीएमओ की इंटरनेट स्पीड काफी तेज है लेकिन पूरे देश में हालात ऐसे नहीं. इंटरनेट कॉन्टेंट डिलिवरी नेटवर्क अकामनी की क्वॉटर्ली रिपोर्ट ‘स्टेट ऑफ द इंटरनेट’ के मुताबिक इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत दुनिया भर में 115वें नंबर पर है। साउथ कोरिया पहले नंबर पर जहां इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत में औसत उच्चतम इंटरनेट स्पीड 14एमबीपीएस है, जिसमें से केवल 1.2 प्रतिशत इंटरनेट उपभोक्ताओं के पास ही 10एमबीपीएस की स्पीड है.