बिहार चुनाव में NDTV किसके लिए माहौल बना रहा था? आप लोगों की मासूमियत आप लोगों को मुबारक। लेकिन मैं तो रिसर्चर हूँ और याददाश्त मेरी पूँजी।
एनडीटीवी ने आज तक ऐसा कोई ओपिनियन या एक्ज़िट पोल नहीं किया जिसमें बीएसपी या आरजेडी आगे रही हो। जबकि इन दलों की 4-4 बार सरकार बन चुकी है।
2015 में एनडीटीवी ने बिहार में NDA की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। 240 में 125 से ज़्यादा सीटें मिलने का अनुमान। याद है कि नहीं? रवीश कुमार ने ही उस दिन एंकरिंग की थी।
चैनलों की नीयत की परीक्षा 364 नहीं, 365वें दिन होती है, जब सरकारें बन बिगड़ रही होती है। 364 दिन तो कोई भी क्रांतिकारी बनने का दिखावा कर सकता है। एक्ज़िट पोल का काउंटिंग पर असर पड़ता है।
NDTV ऐसे निर्णायक मौक़े पर BJP के साथ था।
2004 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए माहौल बनाने के लिए NDTV ने उसे 280 सीटों के अपार बहुमत से जीतता दिखाया था। उस बार मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने थे।
विश्वसनीयता काफ़ी महँगे रेट पर बिकती है। और बाबा साहेब ज़िंदाबाद तो सबसे ज़ोर से RSS बोलता है।
नोट कर लीजिए – NDTV यूपी में BJP के लिए काम करेगा। इसके लिए उसे भरोसेमंद बनाया जा रहा है।
मैं बैन के खिलाफ हूँ। (-दिलीप मंडल-)